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भारत के पायलट शुभांशु शुक्ला का ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशन Axiom Mission 4

Axiom Mission 4, जिसमें भारतीय पायलट शुभांशु शुक्ला शामिल हैं, अब उड़ान भरने के लिए तैयार है। यह मिशन 25 जून को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए लॉन्च होगा। इस ऐतिहासिक यात्रा का महत्व वैज्ञानिक अनुसंधान और तकनीकी परीक्षणों के लिए अत्यधिक है। जानें इस मिशन के बारे में और कैसे यह भारत को अंतरिक्ष अन्वेषण में नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।
 

Axiom Mission 4 की उड़ान की तैयारी

नई दिल्ली: लंबे इंतजार के बाद, बहुप्रतीक्षित Axiom Mission 4 (Ax-4) अब उड़ान भरने के लिए तैयार है। भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला, जो इस मिशन के पायलट हैं, जल्द ही अंतरिक्ष की ओर प्रस्थान करेंगे।


NASA ने नई तारीख की घोषणा की है: Axiom Space और SpaceX ने पुष्टि की है कि यह मिशन बुधवार, 25 जून को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए लॉन्च किया जाएगा। नासा के एक बयान में कहा गया है कि इस मिशन की तारीख पहले पांच बार टाली जा चुकी थी, लेकिन अब इसे उड़ान के लिए हरी झंडी मिल गई है।


Axiom-4 कमर्शियल मिशन का नेतृत्व कमांडर पैगी व्हिटसन कर रही हैं, जिसमें शुभांशु शुक्ला मिशन पायलट के रूप में शामिल हैं, जबकि हंगरी के अंतरिक्ष यात्री टिबोर कपू और पोलैंड के स्लावोज उज्नान्स्की-विस्नीव्स्की मिशन विशेषज्ञ हैं।


इस मिशन की लॉन्चिंग SpaceX के Falcon-9 रॉकेट से की जाएगी। पहले इसे 29 मई को लॉन्च किया जाना था, लेकिन तकनीकी समस्याओं के कारण इसे कई बार स्थगित किया गया। Falcon-9 रॉकेट में तरल ऑक्सीजन के रिसाव और ISS के पुराने रूसी मॉड्यूल में भी रिसाव की समस्याएं सामने आई थीं, जिससे लॉन्च को बार-बार टालना पड़ा।


शुभांशु शुक्ला भारत के उन चुनिंदा पायलटों में से एक होंगे जो व्यावसायिक अंतरिक्ष उड़ान पर जा रहे हैं। यह मिशन अंतरिक्ष में वैज्ञानिक अनुसंधान और तकनीकी परीक्षणों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। Axiom Space द्वारा भेजा गया यह चौथा निजी मिशन है, जो अंतरिक्ष पर्यटन और अनुसंधान के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित हो सकता है। अब पूरे देश की नजरें इस ऐतिहासिक मिशन पर टिकी हुई हैं। शुभांशु शुक्ला का यह सफर भारत का नाम अंतरिक्ष अन्वेषण में और ऊंचाइयों तक पहुंचाएगा।