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भारत ने यूएन में पाकिस्तान और ओआईसी को आतंकवाद पर लगाई फटकार

भारत ने हाल ही में यूएन में पाकिस्तान की निंदा की और ओआईसी के बयान की आलोचना की। राजदूत पार्वथानेनी हरीश ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है और सभी देशों को आतंकियों और उनके समर्थकों को जिम्मेदार ठहराना चाहिए। भारत ने पहलगाम हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान के खिलाफ कदम उठाए हैं। जानें इस मुद्दे पर भारत का क्या कहना है और ओआईसी की भूमिका पर क्या सवाल उठाए गए हैं।
 

भारत का कड़ा बयान

India UN statement 2025: पाकिस्तान अपनी नकारात्मक गतिविधियों से बाज नहीं आ रहा है। भारत के राजदूत पार्वथानेनी हरीश ने एक बार फिर पाकिस्तान की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद और आतंकियों को निरंतर समर्थन दे रहा है। पूरी दुनिया अभी भी पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले को नहीं भूली है, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी।


राजनीतिक हिचक को दूर करने की आवश्यकता

सभी देश राजनीतिक हिचक को दूर करें


भारत के स्थायी राजदूत ने कहा कि पाकिस्तान आतंकियों को प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता प्रदान करता है। भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से इन आतंकियों का सफाया किया, लेकिन पाकिस्तान ने मारे गए आतंकियों को राजकीय सम्मान दिया। यह उनकी असली मंशा को दर्शाता है। भारत के राजदूत ने कहा कि अब सभी देशों को अपनी राजनीतिक हिचक को छोड़कर आतंकवादियों और उनके समर्थकों को जिम्मेदार ठहराना चाहिए।


ओआईसी के बयान की निंदा

ओआईसी के बयान की कड़ी निंदा की


पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन कर रहा है और सीमावर्ती क्षेत्रों में लगातार हमले कर रहा है, जिसका असर अफगान बच्चों पर भी पड़ रहा है। भारत ने सोमवार को ओआईसी द्वारा जारी बयान की भी कड़ी निंदा की। ओआईसी ने जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकारों के उल्लंघन का गंभीर आरोप लगाया है, जिसमें भारत को निशाना बनाया गया है। भारत के राजदूत ने कहा कि ओआईसी पाकिस्तान के प्रभाव में आकर इस तरह के बयान जारी कर रहा है। यह संगठन दुनिया के मुस्लिम देशों का है, जिसका उपयोग पाकिस्तान भारत विरोधी प्रचार के लिए करता है।


भारत का अंतरराष्ट्रीय प्रयास

पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए भारत ने 7 प्रतिनिधिमंडलों को दुनिया भर में भेजा था। इन प्रतिनिधिमंडलों ने बताया कि कैसे पाकिस्तान से आए आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या की थी।