भारत ने विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया, पीएम मोदी ने एकता की अपील की
विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस का महत्व
विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस: आज, 79वें स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले, भारत 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' मना रहा है। इस अवसर पर देश उन सभी लोगों को याद कर रहा है, जिन्होंने विभाजन के समय अनेक कठिनाइयों का सामना किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विभाजन के दर्द को सहन करने वाले लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए सभी नागरिकों से एकता और सौहार्द की भावना को मजबूत करने की अपील की है।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "आज भारत विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के माध्यम से देश के बंटवारे की त्रासदी को याद कर रहा है। यह हमारे इतिहास के उस दुखद अध्याय के दौरान असंख्य लोगों द्वारा झेले गए दुख और पीड़ा को स्मरण करने का दिन है। यह दिन उनके साहस और आत्मबल को सम्मान देने का भी अवसर है। इन्होंने अकल्पनीय कष्ट सहने के बाद भी एक नई शुरुआत करने का साहस दिखाया।"
उन्होंने आगे कहा, "विभाजन से प्रभावित अधिकांश लोगों ने न केवल अपने जीवन को पुनर्निर्माण किया, बल्कि असाधारण उपलब्धियां भी हासिल कीं। यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि हमें सौहार्द और एकता की भावना को मजबूत बनाए रखना चाहिए, जो हमारे देश को एक सूत्र में पिरोकर रखती है।" उल्लेखनीय है कि 14 अगस्त 1947 वह दिन था, जब भारत का विभाजन हुआ और एक नए इस्लामिक देश पाकिस्तान का निर्माण हुआ। विभाजन के दौरान लाखों लोगों को पलायन करने के लिए मजबूर होना पड़ा और हजारों की हत्या कर दी गई।