भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा बढ़ी: नेपाल में जेलब्रेक के बाद अलर्ट
भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा सख्त
भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा बढ़ी: नेपाल में जेलब्रेक की घटनाओं और राजनीतिक अस्थिरता के चलते भारत ने अपनी सीमा पर चौकसी को और सख्त कर दिया है। बिहार के सीतामढ़ी जिले में, सुरक्षा बलों ने नेपाल से भागने की कोशिश कर रहे 21 व्यक्तियों को हिरासत में लिया है। नेपाल के जलेश्वर जेल से बड़ी संख्या में कैदी भाग निकले थे, जिसके बाद सीमा पर हाई अलर्ट जारी किया गया है।
जेलब्रेक के बाद की स्थिति
सीतामढ़ी के एसपी अमित रंजन ने जानकारी दी कि जलेश्वर जेल से भागने के बाद सुरक्षा अलर्ट जारी किया गया है और 21 लोगों को हिरासत में लिया गया है। सभी थानों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है और बसों तथा वाहनों की गहन जांच की जा रही है। स्थानीय मीडिया के अनुसार, नेपाल की विभिन्न जेलों से लगभग 7,000 कैदी भाग चुके हैं। यह घटनाएं तब हुईं जब प्रदर्शनकारियों ने सरकारी भवनों और जेलों में आगजनी की।
जेल से भागे कैदियों की संख्या
570 कैदी भागे जलेश्वर जेल से
जलेश्वर जेल में प्रदर्शनकारियों और कैदियों ने मिलकर दीवारें और गेट तोड़ दिए। रिपोर्टों के अनुसार, लगभग 570 से अधिक कैदी भाग निकले। भीड़ ने जेल परिसर पर कब्जा कर लिया और रिकॉर्ड को नष्ट कर दिया, जिससे फरार कैदियों की पहचान और गिरफ्तारी में कठिनाई हुई। भारतीय सुरक्षा बलों ने बाद में उन कैदियों को रोका जो बिहार सीमा में प्रवेश करने का प्रयास कर रहे थे।
ललितपुर की नखु जेल पर हमला
ललितपुर की नखु जेल पर भीड़ का हमला
काठमांडू घाटी में स्थित ललितपुर की नखु जेल भी भीड़ के निशाने पर रही। प्रदर्शनकारियों ने जेल के गेट तोड़े, रिकॉर्ड जलाए और सैकड़ों कैदी फरार हो गए। राजधानी के कई केंद्रीय कारागारों में भी यही स्थिति देखी गई, जहां हजारों कैदी दंगों का फायदा उठाकर भाग निकले।
फरार कैदियों की दिशा
फरार कैदी सीमा की ओर बढ़ रहे हैं
रौतहट जिले की गौड़ जेल से भी अधिकांश कैदी भाग निकले। कपिलवस्तु जिले के तौलिहवा जेल से फरार हुए कई कैदी भारत की ओर बढ़े। इनमें नेपाली और भारतीय दोनों नागरिक शामिल थे। भारतीय सीमा बल (SSB) ने उन्हें पकड़ा, जिनमें से कई ने बताया कि वे नेपाल की अराजकता से बचने के लिए भारत आना चाहते थे।
छोटे जेलों से भी कैदियों का भागना
छोटे जेलों से भी कैदी भागे
जुम्ला, बाजहांग और कैलाली जैसे कई छोटे जेलों से भी कैदी भाग निकले। धादिंग जिले और कुछ किशोर सुधार गृहों में झड़पों के दौरान कुछ कैदियों और कर्मचारियों की मौत हो गई। तिल्सिपुर (दांग) और कैलाली में भी जेलों पर हमले हुए। रमेशचाप जेल से भागने की कोशिश कर रहे कैदियों पर नेपाल आर्मी ने गोलीबारी की, जिसमें कई कैदी घायल हो गए।
सीमा पर सुरक्षा उपाय
भारत-नेपाल सीमा पर चौकसी बढ़ी
भारत और नेपाल के बीच लगभग 1,751 किमी लंबी खुली सीमा है, जो उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और सिक्किम से गुजरती है। इन क्षेत्रों में रोजाना आवाजाही और व्यापार होता है, जिससे सुरक्षा की चुनौती बढ़ जाती है।
सीमा पर तैनात सशस्त्र सीमा बल (SSB) ने सभी चेकपोस्ट्स पर सघन जांच शुरू कर दी है। बिहार में काठमांडू-मैत्री बस सेवा को अगली सूचना तक निलंबित कर दिया गया है।
सीमावर्ती राज्यों में अलर्ट
सीमावर्ती राज्यों में अलर्ट जारी
उत्तर प्रदेश, बिहार और उत्तराखंड में भी संयुक्त गश्त और सख्त जांच की जा रही है। बिना पहचान पत्र के किसी को सीमा पार करने की अनुमति नहीं दी जा रही है। सीमावर्ती गांवों में पुलिस निगरानी बढ़ा दी गई है और जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर है।