भारत-पाकिस्तान एशिया कप मैच से पहले राजनीतिक विवाद, भगवंत मान और हरभजन सिंह ने उठाए सवाल
भारत बनाम पाकिस्तान: राजनीतिक तूफान
दुबई में होने वाले टी20 एशिया कप 2025 के भारत-पाकिस्तान मैच ने काफी चर्चा बटोरी है।
हालांकि, मैच की तैयारियों के बीच एक राजनीतिक विवाद ने जोर पकड़ लिया है। कई प्रमुख हस्तियों का मानना है कि इस मैच का आयोजन नहीं होना चाहिए। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह की टिप्पणियों ने इस बहस को और बढ़ावा दिया है।
भगवंत मान का बयान
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यदि दलजीत दोसांझ की फिल्म को पाकिस्तानी कलाकारों के कारण रोका जा सकता है, तो क्रिकेट मैच को क्यों अनुमति दी जाती है? उन्होंने कहा, "जब BCCI का नियंत्रण अमित शाह के बेटे जय शाह के हाथ में है, तो सब कुछ ठीक लगता है।"
उन्होंने यह भी कहा कि लोग पहलगाम और पुलवामा के आतंकी हमलों को भूल जाते हैं। मान ने सवाल उठाया कि जब सांस्कृतिक और खेल संबंध साझा हैं, तो नीतियों में स्पष्टता क्यों नहीं है? उन्होंने विभाजन के दर्द को याद करते हुए कहा कि लाखों लोग मरे, लेकिन बार-बार "लड़ाई करो, ठीक हो जाओ" का खेल चलता रहता है।
हरभजन सिंह का कड़ा रुख
पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि भारत को यह मैच नहीं खेलना चाहिए। उन्होंने याद दिलाया कि लेजेंड्स क्रिकेट टूर्नामेंट में भी पहलगाम हमले के विरोध में भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ मैच नहीं खेला था।
हरियाणा के खेल मंत्री का दृष्टिकोण
हरियाणा के खेल मंत्री गौरव गौतम ने इस विवाद पर एक अलग दृष्टिकोण पेश किया। उन्होंने कहा, "हम खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाएंगे। भारत जीतेगा, यही हर भारतीय की उम्मीद है।" उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने हर क्षेत्र में पाकिस्तान को मात दी है और इस मैच में भी भारतीय खिलाड़ी शानदार प्रदर्शन करेंगे।