भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण में वृद्धि: पीएलआई योजना से रोजगार और निर्यात में सुधार
सरकार का बड़ा दावा: पीएलआई योजना से रोजगार में वृद्धि
शुक्रवार को संसद में सरकार ने जानकारी दी कि उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तहत जून 2025 तक 1.3 लाख नए रोजगार सृजित हुए हैं।
इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने एक लिखित उत्तर में राज्यसभा को बताया कि इस योजना के अंतर्गत कुल 12,390 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है, जिससे 8.44 लाख करोड़ रुपये का उत्पादन हुआ है।
उन्होंने कहा, 'भारत ने मोबाइल फोन के शुद्ध आयातक से शुद्ध निर्यातक में परिवर्तन किया है। अब भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल विनिर्माता बन गया है। पीएलआई योजना ने इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में निवेश, उत्पादन, निर्यात और रोजगार सृजन को काफी बढ़ावा दिया है।'
मंत्री ने यह भी बताया कि इस योजना के तहत भारत ने 4.65 लाख करोड़ रुपये मूल्य के सामान का निर्यात किया है।
प्रसाद द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, भारत से मोबाइल फोन का निर्यात 2024-25 में 127 गुना बढ़कर दो लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा, जबकि 2014-15 में यह केवल 1,500 करोड़ रुपये था।
उन्होंने यह भी बताया कि 2014-15 में देश में मोबाइल फोन की 75 प्रतिशत मांग आयात से पूरी की जाती थी, जो अब घटकर 0.02 प्रतिशत रह गई है।