भारतीय तीरंदाजी ने वर्ल्ड चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता
विश्व तीरंदाजी चैंपियनशिप में ऐतिहासिक जीत
विश्व तीरंदाजी चैंपियनशिप: भारतीय तीरंदाजी ने एक नया इतिहास रच दिया है! रविवार को आयोजित वर्ल्ड आर्चरी चैंपियनशिप में पुरुष कंपाउंड टीम ने पहली बार स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया। यह जीत न केवल भारतीय तीरंदाजी के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, बल्कि यह वैश्विक स्तर पर भारत की बढ़ती ताकत को भी दर्शाती है।
भारतीय पुरुष कंपाउंड टीम, जिसमें अमन सैनी, ऋषभ यादव और प्रथमेश भालचंद्र फुगे शामिल थे, ने अपने शानदार प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया। इस ऐतिहासिक जीत में भारतीय टीम ने फ्रांस की मजबूत टीम को हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। फ्रांस ने 1995 में जकार्ता में पहली कंपाउंड टीम स्पर्धा में स्वर्ण जीता था, लेकिन इस बार भारत ने उन्हें पीछे छोड़ दिया।
भारत का टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन
भारतीय टीम ने अपने अभियान की शुरुआत दूसरे दौर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रोमांचक शूट-ऑफ जीत के साथ की। दोनों टीमें 232 अंकों पर बराबरी पर थीं, लेकिन भारत ने 30-28 से जीत हासिल की। इसके बाद क्वार्टर फाइनल में अमेरिका को 234-233 और सेमीफाइनल में तुर्की को 234-232 के करीबी स्कोर से हराकर भारत ने फाइनल में जगह बनाई।
मिक्स डब्लस में भी चमके ऋषभ और ज्योति
ऋषभ यादव ने इस चैंपियनशिप में एक और उपलब्धि हासिल की। उन्होंने ज्योति सुरेखा वेन्नम के साथ कंपाउंड मिक्स डब्लस इवेंट में रजत पदक जीता। इस जोड़ी ने फाइनल में नीदरलैंड के माइक श्लोएसर डे लाट से मुकाबला किया, लेकिन रजत पदक के साथ संतुष्ट होना पड़ा।
ऋषभ और ज्योति की जोड़ी इस साल शानदार फॉर्म में रही है। उन्होंने मई 2025 में शंघाई वर्ल्ड कप स्टेज 2 में विश्व रिकॉर्ड बनाया था और सेंट्रल फ्लोरिडा 2025 वर्ल्ड कप स्टेज 1 में स्वर्ण पदक जीता था। इसके अलावा, मैड्रिड 2025 वर्ल्ड कप स्टेज 4 में इस जोड़ी ने कांस्य पदक भी हासिल किया।
सटीकता और आत्मविश्वास का प्रदर्शन
मिक्स डब्लस इवेंट में भारतीय जोड़ी ने अपनी सटीकता से सभी का दिल जीत लिया। तीन मैचों में उन्होंने केवल छह बार नौ अंक हासिल किए और जर्मनी के खिलाफ दूसरे दौर में 160 के परफेक्ट स्कोर के साथ 7 एक्स हासिल किए। सेमीफाइनल में चीनी ताइपे को 157-155 से हराकर उन्होंने फाइनल में प्रवेश किया। यह रजत पदक भारत का वर्ल्ड चैंपियनशिप में दूसरा कंपाउंड मिक्स डब्लस पदक है। इससे पहले 2021 में ज्योति और अभिषेक वर्मा ने रजत पदक जीता था।