भारतीय वायु सेना की नई मिसाइल खरीद से सुरक्षा में मजबूती
भारतीय वायु सेना की नई रणनीति
भारतीय वायु सेना (IAF) अपने सैन्य बेड़े को और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रही है। हालिया रिपोर्टों के अनुसार, पाकिस्तान के एयरबेस और आतंकवादी ठिकानों पर सफल तैनाती के बाद, IAF इजराइल की 'रैम्पेज' एयर-टू-ग्राउंड मिसाइलों की एक बड़ी खेप खरीदने की योजना बना रही है।खरीद प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है, और रक्षा अधिकारियों ने बताया है कि अनुबंधों को जल्द ही अंतिम रूप देने की उम्मीद है। इन मिसाइलों ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मुरीदके और बहावलपुर में आतंकवादी ठिकानों पर हमलों में "असाधारण सटीकता" दिखाई है।
IAF ने पहली बार 2020-21 के दौरान गलवान में चीन के साथ झड़पों के समय रैम्पेज मिसाइलों की खरीद की थी।
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान इस मिसाइल प्रणाली को और अधिक महत्व मिला, जहां इसे सुखोई-30 MKI लड़ाकू विमानों द्वारा पाकिस्तान के अंदरूनी क्षेत्रों में ठिकानों के खिलाफ बड़े पैमाने पर उपयोग किया गया। इसके प्रदर्शन को देखते हुए, IAF अब इस मिसाइल को उन सभी विमानों में शामिल करने की योजना बना रही है जिनमें यह पहले से इंटीग्रेट की गई है, और अन्य फ्लीटों में भी इसे फिट करने की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं।