भारतीय वायुसेना दिवस 2025: ऑपरेशन सिंदूर की महत्ता
भारतीय वायुसेना दिवस का 93वां समारोह
भारतीय वायुसेना दिवस 2025: हिंडन एयरबेस पर आयोजित 93वें भारतीय वायुसेना दिवस समारोह में वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर को वायुसेना के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना बताया। उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन ने न केवल देश में, बल्कि वैश्विक स्तर पर यह सिद्ध कर दिया कि वायुशक्ति कितनी निर्णायक हो सकती है और युद्ध का परिणाम कितनी तेजी से बदल सकता है।
ऑपरेशन सिंदूर का महत्व
एयर चीफ ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमारे वायु योद्धाओं ने अनुशासन, सूझबूझ और प्रशिक्षण का अद्वितीय प्रदर्शन किया। इस अभियान ने आक्रामक वायु कार्रवाई को राष्ट्रीय चेतना में उसका उचित स्थान वापस दिलाया है। इसे वायुसेना की पेशेवर क्षमता और आत्मनिर्भर भारत की ताकत का बेहतरीन उदाहरण माना गया।
आतंकवादी ढांचे पर कार्रवाई
आतंकवादी ढांचे को बनाया निशाना
यह अभियान 7 मई को शुरू हुआ, जब 22 अप्रैल को पहलगाम में एक आतंकी हमले का जवाब दिया गया। भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले क्षेत्रों में आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाया। यह अभियान चार दिन तक चला और 10 मई को युद्धविराम समझौते के साथ समाप्त हुआ। एयर चीफ ने बताया कि इस दौरान स्वदेशी हथियारों और आधुनिक प्रणालियों का उपयोग किया गया, जिससे गहरी मारक क्षमता और सटीक हमलों का प्रदर्शन हुआ।
जवाबदेही और सुरक्षा संस्कृति
जवाबदेही और सुरक्षा संस्कृति की सराहना
एयर चीफ ने वायुसेना में बढ़ती जवाबदेही और सुरक्षा संस्कृति की सराहना की। उन्होंने कहा कि हमारे योद्धाओं ने पेशेवर गर्व का प्रदर्शन किया है। दुर्घटनाओं की घटनाएं कम हुई हैं, जो हमारी बढ़ती जवाबदेही का प्रमाण है। एपी सिंह ने वायुसेना नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए कहा कि हर स्तर पर अधिकारी दूरदृष्टि और सहानुभूति के साथ नेतृत्व कर रहे हैं।
टीमवर्क का महत्व
वायुसेना प्रमुख ने टीमवर्क की बताई अहमियत
एयर चीफ ने टीमवर्क की अहमियत पर जोर दिया और कहा कि अन्य सेनाओं और एजेंसियों के साथ मिलकर सामूहिक ताकत का उपयोग करना ही भविष्य की जीत का रास्ता है। उन्होंने ऑपरेशन सिंधु का उल्लेख किया, जिसके तहत ईरान और इज़राइल में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकाला गया। उन्होंने कहा कि वायुसेना ने संकट के समय में भी उम्मीद और भरोसा दिया, जो हमारी सेवा-पूर्व-स्वयं की भावना को दर्शाता है।