×

मध्य प्रदेश में आदिवासी किसान की पुलिस द्वारा पिटाई, खाद संकट की स्थिति

मध्य प्रदेश के रीवा जिले में एक आदिवासी किसान प्रभु दयाल को खाद की कमी के चलते पुलिस द्वारा बुरी तरह पीटे जाने की घटना ने लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो ने प्रशासन पर गंभीर सवाल उठाए हैं। प्रभु दयाल ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उसे धमकाया और थाने ले जाकर केस दर्ज करने की धमकी दी। यह घटना बिंध्य क्षेत्र में खाद संकट की गंभीरता को और बढ़ाती है, जहां किसान खाद के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
 

मध्य प्रदेश में खाद की कमी के बीच एक गंभीर घटना

रीवा के आदिवासी किसान: मध्य प्रदेश के बिंध्या क्षेत्र में खाद की गंभीर कमी के चलते एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। रीवा जिले के विकासखंड में स्थित किसान समृद्धि केंद्र पर बुधवार सुबह आदिवासी किसान प्रभु दयाल को पुलिस ने बेरहमी से पीटा।


सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो

इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया है, जिससे पुलिस और प्रशासन के खिलाफ लोगों में आक्रोश और सवाल उठने लगे हैं। प्रभु दयाल यूरिया खाद लेने के लिए केंद्र पहुंचे थे और उन्होंने टोकन लिया था। उनकी मांग थी कि उन्हें पांच बोरी यूरिया दी जाए, लेकिन अधिकारियों ने केवल दो बोरी ही दी।


पुलिस द्वारा थाने ले जाने की घटना

जब उन्होंने अपनी पूरी जरूरत का खाद देने की बात की, तो स्थिति बिगड़ गई। पुलिस ने उन्हें पकड़कर गाड़ी में बिठाकर थाने ले गई। वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि पुलिसकर्मी प्रभु दयाल के साथ मारपीट कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल होते ही लोगों ने प्रशासन पर गंभीर सवाल उठाए हैं, खासकर जब बिंध्य क्षेत्र में यूरिया खाद की भारी कमी हो रही है।


पुलिस का दावा और किसान का बयान

पुलिस का कहना है कि किसान रातभर लाइन में लगकर टोकन प्राप्त करते हैं, लेकिन फिर भी उन्हें पूरी मात्रा में खाद नहीं मिल पा रही। प्रभु दयाल की पिटाई ने किसानों के गुस्से को और बढ़ा दिया है। हालांकि, पुलिस प्रशासन ने इस मारपीट के आरोपों से इनकार किया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आरती सिंह ने दावा किया है कि प्रभु दयाल शराब के नशे में था और हंगामा कर रहा था, जिसके कारण उसे हिरासत में लिया गया।


प्रभु दयाल का बयान

पुलिस का कहना है कि उसे बाद में अपने परिजनों को सौंप दिया गया। लेकिन, प्रभु दयाल का कहना है कि वह पूरी तरह होश में था और केवल अपनी मांग रख रहा था। उसने आरोप लगाया कि पुलिस ने उसे धमकाया और थाने ले जाकर केस दर्ज करने की धमकी दी। यह घटना बिंध्य क्षेत्र में खाद संकट की गंभीरता को और बढ़ाती है, जहां किसानों को खाद के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।