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मार्क रूटे का चेतावनी भरा बयान: तीसरे विश्व युद्ध का खतरा

नाटो के प्रमुख मार्क रूटे ने हाल ही में एक बयान में तीसरे विश्व युद्ध की संभावनाओं पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि चीन ताइवान पर हमला करता है और रूस नाटो देशों को निशाना बनाता है, तो इससे वैश्विक युद्ध की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। रूटे ने पश्चिमी देशों से अपनी सैन्य क्षमता बढ़ाने का आग्रह किया है। इस बीच, रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने रूटे के बयान को हास्यास्पद बताया है। जानें इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर और क्या कहा गया है।
 

विश्व युद्ध की आशंका

विश्व युद्ध समाचार: नाटो के प्रमुख मार्क रूटे ने हाल ही में एक बयान दिया है जिसने वैश्विक चिंताओं को बढ़ा दिया है। उन्होंने तीसरे विश्व युद्ध की संभावनाओं पर गहरी चिंता व्यक्त की है। रूटे ने कहा कि यदि चीनी सेना ताइवान पर आक्रमण करती है और रूस नाटो देशों को निशाना बनाता है, तो इससे विश्व में युद्ध की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जिससे व्यापक तबाही हो सकती है।


चीन और रूस की संभावित मिलीभगत

मार्क रूटे ने आगे कहा कि यदि चीन ताइवान पर हमला करता है, तो यह रूस को नाटो देशों पर आक्रमण के लिए उकसा सकता है। इस प्रकार, पश्चिमी देशों का ध्यान ताइवान से हटकर यूरोप की ओर जाएगा, जिससे चीन को प्रशांत क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत करने का अवसर मिल सकता है। यह स्थिति अत्यंत खतरनाक हो सकती है, क्योंकि यदि चीन और रूस एक साथ आक्रामक कदम उठाते हैं, तो परमाणु युद्ध की संभावना भी बढ़ सकती है।


सैन्य क्षमता में वृद्धि की आवश्यकता

पश्चिमी देशों को बढ़ानी होगी सैन्य क्षमता

रूटे ने पश्चिमी देशों से आग्रह किया है कि वे अपनी सैन्य क्षमता को बढ़ाएं ताकि वे चीन और रूस के आक्रामक इरादों का सामना कर सकें। उन्होंने स्पष्ट किया कि चीन ताइवान पर आक्रमण करने से पहले रूस से संपर्क करेगा और उसे यूरोप पर आक्रमण के लिए उकसाएगा, जिससे पश्चिम का ध्यान एशिया से हटकर यूरोप की ओर जाएगा।


चीन का ताइवान पर आक्रमण

चीन 2027 तक ताइवान पर हमला करेगा!

रूटे के बयान में चीन और रूस के बीच संभावित सहयोग की बात की गई है। अमेरिका और ताइवान के अधिकारियों का मानना है कि चीन 2027 तक ताइवान पर आक्रमण कर सकता है। चीनी सेना लगातार ताइवान के आसपास सैन्य अभ्यास कर रही है और चीनी नेतृत्व ने कई बार स्पष्ट किया है कि वह ताइवान को अपना हिस्सा मानता है।


रूस की प्रतिक्रिया

रूटे के बयान पर रूस की प्रतिक्रिया

रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने रूटे के बयान को बेतुका और हास्यास्पद बताया। उन्होंने मजाक में कहा, "ऐसा लगता है कि रूटे ने बहुत ज़्यादा मशरूम खा लिए हैं।" मेदवेदेव ने रूटे के बयान को पूरी तरह से काल्पनिक बताया और कहा कि इसमें कोई ठोस तथ्य नहीं है। उन्होंने कहा कि यह बयान पश्चिमी मीडिया द्वारा बनाई गई एक और सनसनी है और रूटे को अपनी सोच पर पुनर्विचार करना चाहिए।