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मोबाइल फोन की चाहत में दादा की हत्या: बस्ती में सनसनी

बस्ती के रेहरवा गांव में एक नाबालिग पोते ने अपने दादा की हत्या कर दी, जब दादा ने उसे मोबाइल फोन खरीदने के लिए पैसे देने से मना कर दिया। इस घटना ने गांव में हड़कंप मचा दिया है। पोते ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन जांच में उसकी सच्चाई सामने आ गई। पुलिस ने उसे और उसके दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है। जानें इस चौंकाने वाली वारदात के पीछे की पूरी कहानी और गांव में फैली दहशत के बारे में।
 

मोबाइल की मांग ने लिया खतरनाक मोड़

Crime News: बस्ती के रेहरवा गांव में एक नाबालिग पोते ने अपने दादा की हत्या कर दी, जब दादा ने उसे मोबाइल फोन खरीदने के लिए पैसे देने से मना कर दिया। दोनों के बीच बहस हुई, जो हाथापाई में बदल गई। गुस्से में आकर पोते ने लोहे की रॉड से हमला किया, जबकि उसके दोस्त ने ईंट से वार किया, जिससे बुजुर्ग की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक रमापति पाण्डेय, जो एक रिटायर्ड फौजी थे, अपने पोते के साथ किराए के मकान में रहते थे। पैसे को लेकर उनके बीच पहले भी विवाद होते रहे थे। घटना के दिन भी मोबाइल खरीदने को लेकर उनकी बहस हुई थी। पोते का गुस्सा इतना बढ़ गया कि उसने दादा की जान ले ली। इस घटना ने गांव में हड़कंप मचा दिया।


हत्या के बाद झूठी कहानी का निर्माण

क़त्ल के बाद बनाई कहानी

घटना के बाद, नाबालिग पोते ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। उसने दावा किया कि वह बाहर था और लौटने पर दादा को लहूलुहान पाया। लेकिन पुलिस ने कमरे में खून के धब्बे और टूटी रॉड पाई, जिससे उसकी कहानी झूठी साबित हुई। जांच में उसकी सच्चाई सामने आ गई।


पुलिस की त्वरित कार्रवाई

पुलिस की त्वरित कार्रवाई

पुलिस ने संदेह के आधार पर पोते और उसके दोस्त को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान, दोनों ने अपने अपराध को स्वीकार कर लिया और बताया कि मोबाइल न मिलने पर उन्होंने गुस्से में हत्या की। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर जुवेनाइल बोर्ड में पेश करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।


गरीबी और लालच का प्रभाव

ग़रीबी और लालच की वजह

परिवार के सदस्यों का कहना है कि नाबालिग लंबे समय से मोबाइल की मांग कर रहा था, लेकिन दादा बार-बार पैसे देने से मना कर देते थे। दोस्तों के दबाव और मोबाइल की चाह ने उसे अंधा कर दिया। यही लालच और गुस्सा इस वारदात का मुख्य कारण बना।


गांव में खौफ और सदमा

गांव में खौफ और सदमा

गांव के लोग इस घटना से स्तब्ध हैं। बुजुर्गों का कहना है कि पोता, जिस पर दादा ने सबसे ज्यादा भरोसा किया, उसी ने उनकी जान ले ली। गांव में चर्चा है कि बच्चों में धैर्य और शिष्टता की कमी बढ़ रही है, और लोग इसे समाज के लिए एक सबक मान रहे हैं।


कोर्ट में अगला कदम

कोर्ट में अगला क़दम

पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और नाबालिग को जुवेनाइल कोर्ट में पेश किया जाएगा। उसके साथी को भी कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। अब सभी की नजरें अदालत के फैसले पर हैं कि वह इस चौंकाने वाली हत्या पर क्या निर्णय लेती है।