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युवाओं की कला से सजे 'विकसित भारत' का सपना

दिल्ली में आयोजित एक विशेष कला प्रदर्शनी में हजारों युवाओं ने 'विकसित भारत' की थीम पर अपनी कला का प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस आयोजन की सराहना करते हुए युवाओं की जिम्मेदारी पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह देश सभी भारतीयों का है और इसे एक नई दिशा में ले जाने की जिम्मेदारी सामूहिक है। युवाओं को प्रेरित करते हुए उन्होंने छोटे-छोटे कार्यों के माध्यम से राष्ट्र की प्रगति में योगदान देने का आह्वान किया।
 

दिल्ली में 'विकसित भारत' थीम पर कला प्रदर्शनी

नई दिल्ली: इस विशेष कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण लगभग 10 किलोमीटर लंबा कैनवस था, जिस पर हजारों युवाओं और कलाकारों ने 'विकसित भारत' के विषय पर अपनी कला के रंग बिखेरे। दिल्ली और अन्य क्षेत्रों से आए कलाकारों ने एक ऐसे भारत की कल्पना प्रस्तुत की, जो आत्मनिर्भर, सशक्त और विश्वगुरु बनने की दिशा में अग्रसर है।


मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता ने कहा कि 'विकसित भारत के रंग, कला के संग' नाम जितना आकर्षक है, यह आयोजन भी उतना ही अद्भुत है। हजारों युवाओं ने इस सफेद कैनवस पर भारत के भविष्य की तस्वीर उकेरी है, जो केवल कला का प्रदर्शन नहीं, बल्कि नए भारत के सपनों का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि वास्तव में विकसित भारत युवाओं की जिम्मेदारी है कि वे किस प्रकार का भारत और भविष्य बनाना चाहते हैं। इस आयोजन के माध्यम से सेवा पखवाड़ा को जन-जन तक जोड़ने का प्रयास सराहनीय और ऐतिहासिक है।


मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यह देश किसी एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि हम सभी 140 करोड़ भारतीयों का है। इसलिए इसे किस स्वरूप में गढ़ना है और भविष्य में किस दिशा में आगे बढ़ाना है, यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने अपने अद्वितीय नेतृत्व से भारत को वैश्विक मंच पर एक नई पहचान दिलाई है। आज भारत एक मजबूत और आत्मविश्वासी राष्ट्र बनकर उभरा है।


मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि केवल प्रधानमंत्री का प्रयास ही पर्याप्त नहीं है। जब तक हर नागरिक अपनी भूमिका को समझकर उसे निभाता नहीं है, तब तक भारत के सपनों को साकार करना संभव नहीं है। उन्होंने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि आत्मनिर्भर भारत और विश्वगुरु भारत का निर्माण युवाओं के सक्रिय सहयोग से ही संभव है।


मुख्यमंत्री ने युवाओं से आह्वान किया कि वे अपने दैनिक जीवन में छोटे-छोटे कार्यों के माध्यम से बड़ा योगदान दे सकते हैं, जैसे स्वच्छता अभियान में भागीदारी, हरियाली और पर्यावरण संरक्षण, जरूरतमंदों की सहायता, यातायात नियमों का पालन और समाज सेवा में आगे बढ़ना। उन्होंने कहा कि ऐसे छोटे लेकिन महत्वपूर्ण कदम मिलकर राष्ट्र की प्रगति और गौरव को और ऊंचाइयों तक ले जाएंगे।