×

यूक्रेन का रूस के सोची में बड़ा ड्रोन हमला, तेल डिपो में लगी आग

यूक्रेन ने रूस के सोची शहर में एक बड़े तेल डिपो पर ड्रोन हमला किया, जिससे भीषण आग लग गई। इस हमले के बाद सोची हवाई अड्डे पर सभी उड़ानें रद्द कर दी गईं। रूस ने यूक्रेन पर नागरिकों को निशाना बनाने का आरोप लगाया है। जानें इस संघर्ष के पीछे की वजह और वैश्विक चिंताओं के बारे में।
 

यूक्रेन-रूस संघर्ष में नया मोड़

यूक्रेन रूस ड्रोन हमला: रूस-यूक्रेन युद्ध एक बार फिर गंभीर स्थिति में पहुंच गया है। रविवार को, यूक्रेन ने रूस के सोची शहर में एक बड़े तेल डिपो पर शक्तिशाली ड्रोन हमला किया, जिससे शहर में भीषण आग लग गई और पूरा क्षेत्र धुएं से भर गया। यह हमला उस समय हुआ है जब अमेरिका और अन्य वैश्विक शक्तियां दोनों देशों के बीच संघर्ष को समाप्त करने के प्रयास कर रही हैं।


आग बुझाने के प्रयास

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, हमले के बाद सोची में अफरातफरी मच गई। आग बुझाने के लिए 120 से अधिक अग्निशामक कर्मियों को तैनात किया गया है। सोची के गवर्नर वेनामिन कोंद्रायेव ने इस हमले की पुष्टि की और बताया कि एक 70,000 क्यूबिक फीट क्षमता वाले फ्यूल टैंक में आग लगी है, जिससे बड़े पैमाने पर नुकसान की आशंका जताई जा रही है।


देखें वीडियो

देखें वीडियो



सोची हवाई अड्डे पर उड़ानें रद्द

सभी उड़ानें अस्थायी रूप से रद्द: इस हमले के बाद सोची हवाई अड्डे पर सभी उड़ानों को अस्थायी रूप से रद्द कर दिया गया है। रूस के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि यूक्रेन ने एक साथ 100 से अधिक ड्रोन हमले के लिए भेजे, जिनमें से 93 ड्रोन रूस की एयर डिफेंस यूनिटों ने नष्ट कर दिए। मंत्रालय ने बताया कि 60 से अधिक ड्रोन उस क्षेत्र में गिराए गए, जो सीधे तेल डिपो की ओर बढ़ रहे थे।


नागरिकों पर हमले का आरोप

नागरिकों को निशाना बनाने का आरोप: हालांकि, रूस ने यह स्पष्ट नहीं किया कि कितने ड्रोन वास्तव में लक्ष्य तक पहुंचे और कितना नुकसान हुआ। दूसरी ओर, यूक्रेन की ओर से इस हमले पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। रूस ने हाल ही में यूक्रेन पर नागरिकों को निशाना बनाने के आरोप लगाए हैं। रूसी विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी कि पिछले एक हफ्ते में यूक्रेनी हमलों में 7 लोग मारे गए हैं और 120 से अधिक घायल हुए हैं, जिनमें 11 नाबालिग भी शामिल हैं। स्मोरोडिनो गांव में एक ड्रोन हमले में एक महिला की मौत की भी पुष्टि हुई है।


वैश्विक चिंताएं बढ़ी

वैश्विक मंच पर युद्ध को लेकर चिंताएं: इसके बाद से एक बार फिर से वैश्विक मंच पर युद्ध को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध अब केवल सीमा विवाद नहीं रह गया है, बल्कि यह आर्थिक और ऊर्जा संसाधनों को निशाना बनाकर चल रहा संघर्ष बन गया है। तेल डिपो जैसे रणनीतिक ठिकानों पर हमले से रूस की ऊर्जा आपूर्ति और व्यापार को बड़ा झटका देने की कोशिश की जा रही है।