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राजस्थान के अंता विधानसभा उपचुनाव की तैयारियां पूरी, 2.27 लाख मतदाता करेंगे मतदान

राजस्थान के बारां जिले में अंता विधानसभा सीट पर उपचुनाव की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। 2.27 लाख मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे, जिसमें पुरुष और महिलाएं शामिल हैं। मतदान के लिए 268 केंद्र बनाए गए हैं, और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इस उपचुनाव का आयोजन भाजपा विधायक कंवरलाल मीणा की सदस्यता रद्द होने के बाद किया जा रहा है। जानें इस चुनाव में कौन-कौन से उम्मीदवार मैदान में हैं और मतदान की प्रक्रिया कैसे होगी।
 

अंता विधानसभा उपचुनाव की जानकारी


राजस्थान: बारां जिले की अंता विधानसभा सीट पर मंगलवार को उपचुनाव का आयोजन किया जाएगा। चुनाव आयोग ने सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली हैं, और कुल 2,27,563 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। इनमें 1,15,982 पुरुष, 1,10,241 महिलाएं और 4 अन्य मतदाता शामिल हैं। मतदान के लिए 268 केंद्र स्थापित किए गए हैं, जहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।


सुरक्षा व्यवस्था

प्रशासन ने शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए हर मतदान दल के साथ पुलिस बल तैनात किया है। संवेदनशील और महत्वपूर्ण मतदान केंद्रों पर केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) की टीम भी मौजूद रहेगी। पूरे क्षेत्र में 12 त्वरित प्रतिक्रिया टीम, 43 मोबाइल दल, 43 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 12 पुलिस पर्यवेक्षक, 12 क्षेत्रीय मजिस्ट्रेट, 4 वरिष्ठ पुलिस पर्यवेक्षक और 4 वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी अपनी ड्यूटी पर रहेंगे।


मतदाता पहचान के लिए मान्य दस्तावेज

मतदाताओं के लिए वोटर आईडी के अलावा आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, स्वास्थ्य बीमा कार्ड, फोटोयुक्त पेंशन दस्तावेज, सेवा पहचान पत्र, बैंक पासबुक और विकलांग प्रमाण पत्र जैसे 11 अन्य दस्तावेज भी मान्य हैं। अंता उपचुनाव में कुल 15 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिसमें मुख्य मुकाबला कांग्रेस के प्रमोद जैन भाया और भाजपा के मोरपाल सुमन के बीच होने की संभावना है।


उपचुनाव का कारण

निर्दलीय उम्मीदवार नरेश कुमार मीणा ने इसे त्रिकोणीय मुकाबला बना दिया है। पुखराज सोनल, पंकज कुमार, बिलाल खान, मंजूर आलम, योगेश कुमार शर्मा (राइट टू रिकॉल पार्टी) और अन्य उम्मीदवार भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। यह उपचुनाव भाजपा विधायक कंवरलाल मीणा की सदस्यता रद्द होने के बाद कराया जा रहा है, जो 2005 के एक विवादित मामले में सजा पाए जाने के कारण हुआ था।


कंवरलाल मीणा की चुनावी स्थिति

जनप्रतिनिधित्व अधिनियम के अनुसार, 2 साल या उससे अधिक की सजा मिलने पर सदस्यता स्वतः समाप्त हो जाती है, और दोषी ठहराया गया विधायक 6 साल तक चुनाव नहीं लड़ सकता। कंवरलाल मीणा अब 2028 तक अयोग्य रहेंगे। मतदान सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक चलेगा। प्रशासन की निगरानी में मतदान के बाद ईवीएम को सुरक्षित स्थान पर रखा जाएगा, और मतगणना 12 नवंबर को होगी। निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं से अधिक से अधिक संख्या में मतदान करने की अपील की है।