राजस्थान के गुरुकुल में बच्चों के साथ अमानवीय व्यवहार का मामला
बाड़मेर में बच्चों के प्रति क्रूरता
राजस्थान के बाड़मेर जिले के सेड़वा क्षेत्र में एक गुरुकुल में बच्चों के साथ अमानवीय व्यवहार का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। हरपालिया गांव में संचालित इस गुरुकुल के वार्डन पर 10 और 11 साल के बच्चों को बिस्तर गीला करने की सजा के तौर पर गर्म लोहे की छड़ी से दागने का गंभीर आरोप लगा है। इस घटना ने स्थानीय समुदाय में भारी आक्रोश पैदा कर दिया है, और ग्रामीण तथा अभिभावक सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
घटना का खुलासा
यह शर्मनाक घटना 17 अगस्त को तब सामने आई जब एक घायल बच्चा रात के अंधेरे में गुरुकुल से भागकर अपने परिवार के पास पहुंचा। बच्चे ने बताया कि वार्डन ने उसे और अन्य बच्चों को गर्म लोहे की छड़ी से दागा, जिससे उनके शरीर पर गंभीर जख्म हो गए। इस क्रूरता का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसके बाद ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। सैकड़ों लोग गुरुकुल के बाहर इकट्ठा हुए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया
चौहटन के पुलिस उपाधीक्षक जीवन लाल खत्री ने बताया कि आरोपी वार्डन नारायण गिरि को हिरासत में ले लिया गया है और मामले की गहन जांच की जा रही है। वहीं, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी प्रकाश चंद विश्नोई ने कहा कि विभागीय जांच शुरू कर दी गई है और इस मामले की तह तक जाने के लिए एक समिति का गठन किया गया है। प्रशासन ने यह भी आश्वासन दिया है कि गुरुकुल की निगरानी व्यवस्था की जांच की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
बच्चों को दी गई धमकियां
प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि वार्डन ने बच्चों को न केवल बुरी तरह से पीटा, बल्कि उन्हें चुप रहने की भी धमकी दी। वायरल वीडियो में ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि वार्डन ने पहले भी बच्चों पर लाठीचार्ज किया था। स्थानीय लोगों का कहना है कि गुरुकुल में बच्चों की सुरक्षा और देखभाल के लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं थी, जिसके कारण यह अमानवीय घटना हुई।
आक्रोश और कार्रवाई की मांग
अभिभावकों और ग्रामीणों ने मांग की है कि गुरुकुल को तुरंत बंद किया जाए और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। सोशल मीडिया पर भी इस मामले को लेकर लोगों ने गुस्सा जाहिर किया है और बच्चों के लिए सुरक्षित माहौल की मांग की है।