राजस्थान में बारिश का अलर्ट: 28 जिलों में राहत और चुनौतियाँ
राजस्थान में बारिश: गर्मी से राहत
राजस्थान में बारिश का अलर्ट 18 जून 2025: 28 जिलों में राहत: राजस्थान में बारिश ने गर्मी की तीव्रता को कम कर दिया है! रविवार से शुरू हुई बारिश का सिलसिला मंगलवार तक जारी रहा, जिसके चलते मौसम विभाग ने 28 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। प्री-मानसून की बौछारें न केवल राहत प्रदान कर रही हैं, बल्कि मानसून की शुरुआत का संकेत भी दे रही हैं। जयपुर से जोधपुर तक सड़कें जलमग्न हो गईं, और कई स्थानों पर जलभराव ने लोगों को परेशान किया। लेकिन क्या यह बारिश राजस्थान के लिए एक वरदान है या एक समस्या? आइए, मौसम के इस बदलाव को समझते हैं।
गर्मी पर ब्रेक: बारिश का प्रभाव
राजस्थान में बारिश ने तापमान को काफी नीचे ला दिया है। मंगलवार को जयपुर, कोटा, अलवर सहित 12 से अधिक जिलों में बारिश ने मौसम को सुहाना बना दिया। बाड़मेर में अधिकतम तापमान 41.4 डिग्री रहा, जबकि माउंट आबू में यह 19 डिग्री तक गिर गया। हवा में नमी 30 से 100 प्रतिशत के बीच रही, जिसने बारिश की तीव्रता को बढ़ा दिया। मौसम विभाग का कहना है कि गुजरात के पास बना कम दबाव का क्षेत्र दक्षिणी राजस्थान की ओर बढ़ रहा है। क्या यह मानसून की शुरुआत है?
28 जिलों में येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने आज 28 जिलों में बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। जयपुर, दौसा, अलवर, कोटा, उदयपुर, भरतपुर, अजमेर, जोधपुर और बीकानेर में गरज के साथ बारिश की संभावना है। दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में भारी बारिश हो सकती है। कई स्थानों पर जलभराव की स्थिति बनी हुई है, जिससे सड़कों पर जाम लग गया है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले 24 घंटों में दक्षिणी राजस्थान में मानसून दस्तक दे सकता है। क्या आप अपने क्षेत्र में बारिश के लिए तैयार हैं?
तापमान में गिरावट: राहत की सांस
बारिश के कारण राजस्थान के तापमान में भारी गिरावट आई है। जयपुर में अधिकतम तापमान 34.1 डिग्री और न्यूनतम 26.2 डिग्री रहा। सीकर में पारा 20.5 डिग्री तक पहुंचा, जो गर्मी से परेशान राजस्थानियों के लिए एक उपहार है। कोटा, चित्तौड़गढ़ और जोधपुर में भी मौसम खुशनुमा रहा। हालांकि, जैसलमेर और बीकानेर जैसे रेगिस्तानी क्षेत्रों में गर्मी का असर अभी भी बना हुआ है। बारिश ने लोगों को राहत दी, लेकिन जलभराव ने नई समस्याएँ खड़ी कर दी हैं।
मानसून की दस्तक: आगे क्या होगा?
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि राजस्थान में मानसून जल्द ही पूरी तरह सक्रिय हो सकता है। दक्षिणी राजस्थान में अगले 1-2 दिनों में भारी बारिश की संभावना है। प्री-मानसून की बौछारें खेती के लिए लाभकारी साबित हो रही हैं, लेकिन जलभराव और सड़कों की खराब स्थिति चिंता का विषय है। मौसम विभाग ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। क्या यह बारिश राजस्थान को हरा-भरा कर देगी, या नई समस्याएँ लाएगी? समय ही बताएगा।