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राजस्थान में मानसून की बारिश: मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट

राजस्थान में मानसून ने फिर से जोर पकड़ लिया है, जिससे लगातार बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने 12 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें आकाशीय बिजली गिरने की संभावना भी जताई गई है। जयपुर में हल्की से मध्यम बारिश की उम्मीद है, जबकि अन्य क्षेत्रों में भारी बारिश का पूर्वानुमान है। जानें बारिश का प्रभाव और आने वाले दिनों में मौसम की स्थिति के बारे में।
 

राजस्थान में मानसून की सक्रियता

राजस्थान में मानसून ने एक बार फिर से जोरदार वापसी की है। पिछले 24 घंटों से लगातार बारिश हो रही है, और मौसम विभाग ने 5 सितंबर को एक नया अलर्ट जारी किया है। इस अलर्ट के अनुसार, राज्य के 12 जिलों में अगले कुछ घंटों में बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है।


मौसम विभाग ने सुबह 6:30 बजे एक नया चेतावनी जारी की, जिसमें चूरू, नागौर, जयपुर, दौसा, भीलवाड़ा, बूंदी, बारां, कोटा, सवाईमाधोपुर, झुंझुनूं, सीकर और टोंक जैसे जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है। इन क्षेत्रों में तेज हवाएं भी चल सकती हैं, जो 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हो सकती हैं। विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे आकाशीय बिजली से बचने के लिए खुले स्थानों पर खड़े होने से बचें।


बारिश का प्रभाव और भविष्यवाणी

जयपुर मौसम केंद्र के अनुसार, अगले दो से तीन दिनों में प्रदेश के दक्षिण-पूर्वी हिस्सों में बारिश की तीव्रता बढ़ने की संभावना है। विशेष रूप से कोटा और उदयपुर के कुछ क्षेत्रों में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा, जयपुर, भरतपुर और अजमेर जिलों में भी मध्यम से भारी बारिश का पूर्वानुमान है।


हाल के दिनों में हुई मूसलधार बारिश ने कई क्षेत्रों में जलभराव की समस्या पैदा कर दी है। बांसवाड़ा जिले के सल्लोपाट में 120 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई, जबकि जयपुर में 54.6 मिलीमीटर बारिश हुई। भीलवाड़ा जिले में भी भारी बारिश के कारण निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई।


राजधानी जयपुर के लिए आज येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, दिनभर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। सुबह 7 बजे जयपुर का तापमान 26 डिग्री सेल्सियस था, और अधिकतम तापमान 28 डिग्री और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री रहने का अनुमान है।


मौसम विभाग ने विशेष रूप से बिजली गिरने वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। भारी बारिश के दौरान खेतों या खुले स्थानों पर जाने से बचने के लिए किसानों और ग्रामीणों को भी आगाह किया गया है।


मानसून का भविष्य

विशेषज्ञों का मानना है कि मानसून का प्रभाव अगले कुछ हफ्तों तक जारी रहेगा। यह बारिश सूखी फसलों के लिए एक वरदान साबित होगी, लेकिन शहरी क्षेत्रों में जलभराव और ट्रैफिक जाम की समस्या उत्पन्न हो सकती है। 5 सितंबर का येलो अलर्ट मानसून की सक्रियता की ताजा तस्वीर पेश करता है, और प्रशासन ने इसके लिए पूरी तैयारी की है।


राजस्थान में इस समय मानसून की गतिविधियां काफी सक्रिय हैं, और आने वाले दिनों में इसका प्रभाव जारी रहने की उम्मीद है। किसानों के लिए यह बारिश राहत का संदेश लेकर आई है, लेकिन आम जनता को मौसम के अनुसार सतर्क रहना होगा।