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राजस्थान में सड़क सुरक्षा के लिए 15 दिन की विशेष मुहिम शुरू

राजस्थान में हाल ही में हुए सड़क हादसों के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने 15 दिन की सड़क सुरक्षा मुहिम की शुरुआत की है। इस अभियान के तहत नशे में गाड़ी चलाने वाले ड्राइवरों का लाइसेंस रद्द किया जाएगा और ट्रक ड्राइवरों की आंखों की जांच की जाएगी। इसके अलावा, सड़क सुरक्षा में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जानें इस मुहिम के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में।
 

मुख्यमंत्री ने सड़क सुरक्षा ड्राइव की घोषणा की

जयपुर - हाल ही में राजस्थान में हुए गंभीर सड़क हादसों (29 मौतें) के मद्देनजर, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने 15 दिन की राज्यव्यापी सड़क सुरक्षा मुहिम की शुरुआत की है। यह अभियान आज से शुरू होकर 18 नवंबर 2025 तक चलेगा। मुख्यमंत्री ने एक उच्चस्तरीय बैठक में सड़क सुरक्षा के प्रति ज़ीरो टॉलरेंस नीति लागू करने का निर्णय लिया और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए।


सरकार की योजना क्या है?

– नशे में धुत और तेज गति से गाड़ी चलाने वाले ड्राइवरों का लाइसेंस रद्द किया जाएगा।
– राष्ट्रीय राजमार्ग के आसपास के सभी अवैध कब्जे हटाए जाएंगे।
– 15 नवंबर से 15 फरवरी के बीच सभी ट्रक ड्राइवरों की आंखों की जांच की जाएगी।
– मेडिकल और स्वास्थ्य विभाग को आपात स्थिति के लिए लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस तैनात करनी होगी।
– सड़क सुरक्षा में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।


मुख्यमंत्री का सख्त संदेश

सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा, "ट्रांसपोर्ट, पुलिस और पीडब्लूडी के अधिकारी यदि सड़क सुरक्षा नियमों को लागू करने में लापरवाह पाए गए, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।" उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे हाईवे पर ब्लैक स्पॉट्स (जहां अधिकतर हादसे होते हैं) की पहचान करें, हाईवे के आसपास से अतिक्रमण हटाएं और ड्राइवरों की आंखों की जांच करें। विशेष रूप से जयपुर-दिल्ली, जयपुर-कोटा, जयपुर-अजमेर और जयपुर-भरतपुर कॉरिडोर पर दुर्घटनाओं की संख्या अधिक है।


लोगों में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता

सीएम ने कहा कि विभागों को केवल कानून लागू करने पर ध्यान नहीं देना चाहिए, बल्कि लोगों में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता भी फैलानी चाहिए। ट्रैफिक नियमों का पालन नागरिकों की आदत बननी चाहिए।


हालिया हादसा

सोमवार की रात एक डंपर ने 17 गाड़ियों को कुचल दिया, जिससे 14 लोगों की जान चली गई और 13 लोग घायल हुए। इस घटना के बाद सरकार ने यह महत्वपूर्ण कदम उठाया है।