रूस के पूर्व राष्ट्रपति का ईरान को परमाणु हथियार देने का बयान
दिमित्री मेदवेदेव का विवादास्पद बयान
रूस के पूर्व राष्ट्रपति और सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण बयान दिया है, जिसने अंतरराष्ट्रीय समुदाय में हलचल मचा दी है। उन्होंने कहा कि कुछ देश ईरान को परमाणु हथियार देने के लिए तैयार हो सकते हैं। यह बयान तब आया है जब अमेरिका ने ईरान के प्रमुख परमाणु स्थलों पर हवाई हमले किए हैं।मेदवेदेव ने कहा कि अमेरिकी हमले ईरान की परमाणु क्षमताओं को समाप्त करने में असफल रहे हैं। उनके अनुसार, इन हमलों ने ईरान के महत्वपूर्ण परमाणु केंद्रों जैसे फोर्डो, नतांज और इस्फहान को कोई गंभीर नुकसान नहीं पहुँचाया। उन्होंने अमेरिका की कार्रवाई को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करार दिया और चेतावनी दी कि इससे क्षेत्र में तनाव बढ़ सकता है।
रूसी नेता ने यह भी कहा कि भविष्य में, यदि आवश्यकता पड़ी, तो कुछ मित्र देश ईरान को परमाणु तकनीक या हथियार देने में संकोच नहीं करेंगे, हालांकि उन्होंने किसी विशेष देश का नाम नहीं लिया।
इस बयान के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता बढ़ गई है। पश्चिमी देशों ने इसे भड़काऊ टिप्पणी बताया है। अमेरिका ने स्पष्ट किया है कि उसका लक्ष्य ईरान को परमाणु हथियार हासिल करने से रोकना है, जबकि रूस का मानना है कि यह एकतरफा हमला था और इससे स्थिति और बिगड़ सकती है।
ईरान ने दावा किया है कि उसकी सुरक्षा प्रणाली ने अधिकांश हमलों को विफल कर दिया और उसके परमाणु कार्यक्रम पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। यह स्थिति दर्शाती है कि अमेरिका, रूस और ईरान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है, जो भविष्य में और गंभीर हो सकता है।