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रूस-यूक्रेन युद्ध: कैसे अमेरिका, भारत और चीन ने उठाया लाभ?

रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध ने न केवल मानवीय संकट पैदा किया है, बल्कि वैश्विक राजनीति और अर्थव्यवस्था पर भी गहरा असर डाला है। इस संघर्ष से अमेरिका, भारत और चीन ने विभिन्न तरीकों से लाभ उठाया है। अमेरिका ने अपने सैन्य निर्यात में वृद्धि की है, जबकि भारत और चीन ने रियायती तेल खरीदकर अरबों डॉलर की बचत की है। जानें इस युद्ध के आर्थिक प्रभाव और इससे जुड़े प्रमुख आंकड़ों के बारे में।
 

रूस-यूक्रेन युद्ध का वैश्विक प्रभाव

रूस-यूक्रेन युद्ध: यह संघर्ष न केवल रूस और यूक्रेन के लिए एक गंभीर मानवीय और आर्थिक संकट बन गया है, बल्कि इसने वैश्विक राजनीति और अर्थव्यवस्था पर भी गहरा असर डाला है। इस युद्ध के चलते दोनों देशों ने हजारों सैनिकों को खोया है, जबकि कई अन्य देशों ने इसे अपने आर्थिक लाभ के लिए इस्तेमाल किया है। विशेष रूप से भारत, चीन और अमेरिका ने इस स्थिति से काफी फायदा उठाया है।


भारत और चीन का लाभ

भारत और चीन ने किस प्रकार फायदा उठाया?
भारत और चीन ने रूस से रियायती दरों पर तेल खरीदा, जिससे उन्हें अरबों डॉलर की बचत हुई। ऊर्जा एवं स्वच्छ वायु अनुसंधान केंद्र (CERA) के अनुसार, दिसंबर 2022 से जून 2025 के बीच, चीन ने रूस से 47% कच्चे तेल का आयात किया, जबकि भारत का हिस्सा 38% था। हालांकि, यह लाभ सीमित था, क्योंकि असल में युद्ध से सबसे ज्यादा फायदा अमेरिकी कंपनियों को हुआ है।


अमेरिका का सैन्य निर्यात

अमेरिका ने लिया सैन्य निर्यात का फायदा
यूरेशियन टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, रूस-यूक्रेन युद्ध ने अमेरिका के रक्षा उद्योग के लिए एक बड़ा लाभकारी अवसर प्रदान किया। यूक्रेन युद्ध के बाद, अमेरिकी सैन्य निर्यात में वृद्धि देखी गई है। SIPRI (स्वीडिश पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट) के आंकड़ों के अनुसार, 2020 से 2024 के बीच अमेरिका का वैश्विक हथियार निर्यात 35% से बढ़कर 43% तक पहुंच गया।


अमेरिकी रक्षा कंपनियों का मुनाफा

अमेरिकी रक्षा ठेकेदारों का विशाल मुनाफा
अमेरिका के प्रमुख रक्षा ठेकेदारों ने यूक्रेन को सबसे ज्यादा टैंक, मिसाइलें और फाइटर जेट्स बेचे हैं। 2024 में, विदेशी सैन्य बिक्री (FMS) के तहत अमेरिका ने 117.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर मूल्य के रक्षा उपकरण और सेवाएं अन्य देशों को बेचीं, जो 2023 के मुकाबले 45.7% की वृद्धि थी।


यूक्रेन की हथियारों की खरीदारी

यूक्रेन का अमेरिका से हथियारों की खरीद बढ़ी
यूक्रेन ने अमेरिका से हथियारों की खरीदारी को तेज कर दिया है। 2020 से 2024 के बीच, यूक्रेन ने वैश्विक हथियार आयात का 8.8% हिस्सा लिया और इनमें से 45% हथियार अमेरिका से प्राप्त किए गए।


युद्ध का आर्थिक प्रभाव

रक्षा ठेकेदारों ने कमाया भारी मुनाफा
रूस-यूक्रेन युद्ध ने लाखों लोगों की जान ली, लेकिन यह विश्वभर में युद्ध से जुड़ी अर्थव्यवस्थाओं के लिए एक वित्तीय अवसर बन गया। अमेरिका के रक्षा ठेकेदारों ने युद्ध के दौरान भारी मुनाफा कमाया, जबकि भारत और चीन ने रियायती तेल का फायदा उठाया। कुल मिलाकर, यह युद्ध न केवल सैनिकों और नागरिकों के लिए एक त्रासदी साबित हुआ, बल्कि यह वैश्विक रक्षा और ऊर्जा उद्योगों के लिए लाभकारी भी रहा।