रेवाड़ी में छात्राओं का हंगामा: पुलिसकर्मियों के हॉस्टल में घुसने पर विरोध
पुलिस पर हॉस्टल से बाहर निकालने का आरोप
Rewari News: हरियाणा के रेवाड़ी में हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी से जुड़े कॉलेज के गर्ल्स हॉस्टल में जेंट्स पुलिसकर्मियों के घुसने पर छात्राओं ने विरोध प्रदर्शन किया। छात्राओं का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उनके कमरों में झांकने की कोशिश की और उन्हें जबरन हॉस्टल से बाहर निकालने का प्रयास किया। उनका कहना है कि जब वे परीक्षा देने के लिए तैयार नहीं थीं, तो उन्हें ऐसा करने के लिए क्यों मजबूर किया जा रहा है। छात्राओं ने बताया कि कॉलेज प्रशासन ने सुबह पुलिस को बुलाया था, जिसके बाद पुलिस हॉस्टल में घुसी और दरवाजे खोलने का प्रयास किया। हालांकि, छात्राओं ने दरवाजे नहीं खोले। इस दौरान एक छात्रा की मां को भी बुलाया गया, जो अपनी बेटी को लेकर गई।
छात्राओं ने इस घटना का वीडियो बनाकर अपने दोस्तों को भेजा, जिसमें आरोप लगाया गया कि पुरुष पुलिसकर्मी महिला हॉस्टल की खिड़कियों से झांक रहे थे। इसके विरोध में छात्राओं ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। सोमवार को कॉलेज में बीएससी के छठे और चौथे वर्ष की परीक्षाएं थीं, जिसमें 300 छात्रों को परीक्षा देनी थी, लेकिन केवल 14 छात्रों ने ही परीक्षा दी।
छात्राओं को बंधक बनाने का आरोप
इस मामले पर प्रिंसिपल ने कहा कि कुछ छात्राओं को अन्य छात्राओं ने बंधक बना लिया था। वे परीक्षा देना चाहती थीं, लेकिन अन्य छात्राएं उन्हें ऐसा करने से रोक रही थीं। इसलिए पुलिस हॉस्टल में गई थी, जिसमें महिला पुलिसकर्मी भी शामिल थीं।
स्कॉलरशिप नीति में बदलाव के विरोध में परीक्षा का बहिष्कार
हिसार की चौ. चरण सिंह हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में स्कॉलरशिप नीति में बदलाव और छात्रों पर लाठीचार्ज के विरोध में छात्रों का धरना जारी है। इसी कारण रेवाड़ी कॉलेज के छात्रों ने भी परीक्षा का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। छात्रों का आरोप है कि प्रिंसिपल पर यूनिवर्सिटी का दबाव है कि परीक्षा का पूर्ण बहिष्कार नहीं होना चाहिए।
छात्राओं के परिजनों को कॉल कर दबाव बनाया गया
छात्राओं ने बताया कि प्रिंसिपल ने पहले गर्ल्स हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं के परिजनों को कॉल किया। उन्हें समझाने की जिम्मेदारी दी गई कि वे अपनी बेटियों को परीक्षा के लिए तैयार करें। लेकिन छात्राएं परीक्षा नहीं देने पर अड़ी रहीं। कुछ छात्राओं ने परिवार के दबाव में आकर परीक्षा देने पर सहमति जताई। इस कारण सोमवार को केवल 14 छात्रों ने परीक्षा दी।
यूनिटी टूटने के डर से दरवाजे बंद किए गए
जब छात्राओं को पता चला कि कुछ छात्राओं ने परीक्षा दी है और इससे उनकी एकता टूट सकती है, तो उन्होंने हॉस्टल के दरवाजे अंदर से बंद कर लिए। परीक्षा देने को तैयार छात्राओं को समझाने के प्रयास किए गए। इसी दौरान कॉलेज प्रशासन को सूचना मिली कि हॉस्टल के गेट बंद कर दिए गए हैं। कॉलेज अधिकारी मौके पर पहुंचे और गेट खोलने के लिए कहा।