लंदन में महात्मा गांधी की प्रतिमा को नुकसान, भारतीय उच्चायोग ने की निंदा
लंदन के टैविस्टॉक स्क्वायर पर महात्मा गांधी की प्रतिमा को क्षति पहुंचाई गई है, जिसके बाद भारतीय उच्चायोग ने इसे शर्मनाक कृत्य करार दिया है। उच्चायोग ने स्थानीय अधिकारियों से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। यह घटना गांधी जयंती से पहले हुई है, जो अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाई जाती है। जानें इस घटना के बारे में और अधिक जानकारी।
Sep 30, 2025, 12:57 IST
महात्मा गांधी की प्रतिमा पर हमला
लंदन के टैविस्टॉक स्क्वायर में महात्मा गांधी की प्रतिमा को क्षति पहुंचाई गई है, जिसके बाद भारतीय उच्चायोग ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। उच्चायोग ने इसे 'शर्मनाक कृत्य' करार देते हुए स्थानीय अधिकारियों से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। यह प्रतिमा पिछले 50 वर्षों से अधिक समय से वहां स्थापित है और इसका अनावरण 17 मई, 1968 को ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री हेरोल्ड विल्सन द्वारा किया गया था। इसे कलाकार फ्रेडा ब्रिलियंट ने बनाया था और यह महात्मा गांधी की 125वीं जयंती के अवसर पर स्थापित की गई थी।
भारतीय उच्चायोग की प्रतिक्रिया
भारतीय उच्चायोग ने इस तोड़फोड़ पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट साझा की। उन्होंने लिखा कि लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग इस शर्मनाक घटना से बेहद दुखी है और इसकी कड़ी निंदा करता है। यह केवल तोड़फोड़ नहीं है, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस से तीन दिन पहले अहिंसा के सिद्धांत और महात्मा गांधी की विरासत पर एक हिंसक हमला है। आयोग ने कहा कि उन्होंने इस मामले को गंभीरता से लिया है और स्थानीय अधिकारियों के समक्ष इसे उठाया है। उनकी टीम पहले से ही घटनास्थल पर मौजूद है और मूर्ति को उसकी मूल गरिमा लौटाने के लिए अधिकारियों के साथ समन्वय कर रही है।
गांधी जयंती का महत्व
यह घटना 2 अक्टूबर को गांधी जयंती से तीन दिन पहले हुई है, जिसे अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाता है। महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को हुआ था। वे एक प्रमुख भारतीय क्रांतिकारी थे जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई का नेतृत्व किया और उन्हें अहिंसा का प्रतीक तथा भारत के राष्ट्रपिता के रूप में जाना जाता है।