×

लखनऊ में ठेकेदार की हत्या: बेटे के जन्मदिन के बाद मिली लाश

लखनऊ के गुडंबा थाना क्षेत्र में ठेकेदार उमा शंकर सिंह की हत्या की घटना ने सबको चौंका दिया है। एक महिला ने उनके खून से लथपथ शव को कमरे में पाया और पुलिस को सूचित किया। जांच में पता चला है कि उमा शंकर हाल ही में अपने बेटे का जन्मदिन मनाकर लौटे थे। पुलिस ने महिला को हिरासत में लिया है और मामले की गहन जांच कर रही है। जानें इस मामले में और क्या जानकारी सामने आई है।
 

लखनऊ में ठेकेदार की हत्या की घटना

लखनऊ समाचार: गुडंबा थाना क्षेत्र के अर्जुन एन्क्लेव में ठेकेदार उमा शंकर सिंह का शव उनके कमरे में मिला। यह घटना मंगलवार सुबह लगभग 9 बजे हुई, जब एक महिला, जो उमा शंकर की परिचित थी, उनसे मिलने आई। कमरे का दरवाजा बाहर से बंद था, लेकिन महिला के पास दूसरी चाबी थी। जब वह अंदर गई, तो उसने देखा कि उमा शंकर का शव खून से लथपथ बेड पर पड़ा हुआ था। महिला ने तुरंत मकान मालिक मोहम्मद मुस्तकीम खान को सूचित किया। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया और फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से सबूत इकट्ठा किए। पुलिस अब महिला और उसकी मां से पूछताछ कर रही है।


महिला का संबंध और पूछताछ

महिला का आना-जाना लगा रहता था

जिस महिला ने मुस्तकीम को उमा शंकर की मौत की सूचना दी, उसे पुलिस ने हिरासत में लिया है। मकान मालिक के अनुसार, महिला का उमा शंकर के घर आना-जाना नियमित था, इसलिए उसके पास कमरे की दूसरी चाबी भी थी।


हाल की जानकारी

दो महीने पहले ही हुए थे शिफ्ट

मोहम्मद मुस्तकीम खान ने बताया कि उमा शंकर ने दो महीने पहले ही इस मकान में किराए पर रहना शुरू किया था। कॉलोनी के गार्ड ने उन्हें फोन करके बताया था कि उमा शंकर परिवार के साथ रहेंगे। हालांकि, वह अकेले ही रहते थे और 10-15 दिन में एक बार ही आते थे।


परिवार की जानकारी

बेटे का जन्मदिन मनाकर लौटे थे

उमा शंकर का परिवार सुलतानपुर जिले के भरखरे में रहता है। चार दिन पहले, वह अपने बेटे का जन्मदिन मनाने के लिए सुलतानपुर गए थे। मोहम्मद मुस्तकीम ने बताया कि सोमवार शाम को वह कुछ दोस्तों के साथ लौटे और मुझसे नमस्ते करने के बाद अपने कमरे में चले गए।


पुलिस की कार्रवाई

शिकायत मिलने पर दर्ज होगा मुकदमा

डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। उच्च अधिकारी मौके पर पहुंचकर स्थिति का आकलन कर रहे हैं। फॉरेंसिक टीम भी घटनास्थल पर मौजूद है। यदि परिजनों से कोई शिकायत मिलती है, तो मुकदमा दर्ज किया जाएगा।