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लोकसभा में किसानों के मुद्दे पर हंगामा, शिवराज सिंह चौहान ने की अपील

लोकसभा में मानसून सत्र के दौरान किसानों के मुद्दे पर हंगामा जारी है। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विपक्ष से अपील की कि किसानों के सवालों पर चर्चा की जाए। उन्होंने हाथ जोड़कर कहा कि सरकार हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार है। हालांकि, विपक्षी सांसदों ने तख्तियां लेकर विरोध प्रदर्शन किया, जिससे कार्यवाही को बार-बार स्थगित करना पड़ा। राज्यसभा में भी इसी तरह का हंगामा देखने को मिला। जानें पूरी खबर में क्या हुआ।
 

लोकसभा में हंगामे का माहौल

शिवराज सिंह चौहान: लोकसभा में मानसून सत्र के दूसरे दिन ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विवाद जारी रहा। मंगलवार को, जैसे ही कार्यवाही शुरू हुई, लोकसभा को केवल 2 मिनट में स्थगित करना पड़ा, जबकि राज्यसभा की कार्यवाही 4 मिनट बाद ही रोक दी गई। दोनों सदनों की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। प्रश्नकाल के दौरान, विपक्षी सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया। केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान जब सवालों का जवाब देने के लिए खड़े हुए, तो विपक्षी सांसद तख्तियां लेकर अपनी सीटों पर खड़े हो गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे। शिवराज ने हाथ जोड़कर कहा कि आज किसानों का दिन है और 20 में से 12 सवाल किसानों से संबंधित हैं। ऐसे में प्रश्नकाल को चलने दिया जाए।


शिवराज सिंह चौहान की अपील

हाथ जोड़कर शिवराज सिंह ने क्या कहा?

शिवराज ने विपक्षी सांसदों से हाथ जोड़कर कहा, 'किसानों के सवालों को उठने दीजिए। सरकार हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार है। हम आज किसानों के लिए योजनाओं का परिचय देना चाहते हैं।' उन्होंने दो बार हाथ जोड़कर विपक्ष को शांत करने की कोशिश की, लेकिन हंगामा जारी रहा। इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सांसदों को समझाया कि किसानों पर चर्चा हो रही है और प्रश्नकाल को चलने देना चाहिए। बिरला ने विपक्ष के शोरगुल और तख्तियों पर नाराजगी जताई, जिसके बाद सदन की कार्यवाही दो मिनट बाद स्थगित कर दी गई।


राज्यसभा में भी हंगामा

राज्यसभा में भी जारी रहा विपक्ष का हंगामा

वहीं, राज्यसभा में भी स्थिति कुछ अलग नहीं थी। जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। उपसभापति हरिवंश ने विपक्ष को शांत रहने का आग्रह किया, लेकिन हंगामा जारी रहा, जिसके कारण सदन की कार्यवाही 4 मिनट बाद ही स्थगित करनी पड़ी। जब दोपहर 12 बजे राज्यसभा की कार्यवाही फिर से शुरू हुई, तो विपक्ष का हंगामा फिर से जारी रहा, और अंततः सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।