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संसद में विपक्ष का हंगामा: बिहार मतदाता पुनरीक्षण पर चर्चा की मांग

संसद के मानसून सत्र का 17वां दिन विपक्षी दलों के हंगामे के साथ शुरू हुआ, जो बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण पर चर्चा की मांग कर रहे हैं। सोमवार को बिना चर्चा के आठ विधेयक पारित किए गए, जबकि राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही क्रमशः 2 बजे और 12 बजे तक स्थगित कर दी गई। कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने चुनाव आयोग की विफलता पर भी सवाल उठाए। जानें इस मुद्दे पर और क्या हो रहा है।
 

संसद का मानसून सत्र: 17वां दिन



  • राज्यसभा की कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित

  • लोकसभा की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित


नई दिल्ली: संसद का मानसून सत्र आज 17वें दिन प्रवेश कर चुका है, और विपक्षी दलों का हंगामा जारी है। ये सदस्य बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर चर्चा की मांग कर रहे हैं, जिसके लिए वे संसद के भीतर और बाहर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।


बिना चर्चा के विधेयक पारित

सोमवार को विपक्ष के हंगामे के बीच, बिना किसी चर्चा के आठ विधेयक पारित किए गए। आज भी जैसे ही कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी सांसदों ने एसआईआर पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। इस स्थिति को देखते हुए, राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई। वहीं, लोकसभा की कार्यवाही भी इसी कारण से दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।


कांग्रेस सांसद का चुनाव आयोग पर हमला

संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन के दौरान, कांग्रेस के सांसद मनिकम टैगोर ने चुनाव आयोग की विफलता पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग अब बीजेपी का एक विभाग बन गया है और इसके प्रमुख राजीव कुमार और ज्ञानेश कुमार पूरी तरह से असफल रहे हैं। उदाहरण के लिए, मीता देवी, जो पहली बार मतदाता हैं, की उम्र 124 वर्ष बताई गई है। उन्होंने इस मुद्दे पर चर्चा की आवश्यकता जताई।