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सरकार का बड़ा तोहफा: GST में कटौती से सस्ती होंगी रोजमर्रा की चीजें

सरकार ने त्योहारों से पहले आम जनता को एक बड़ा तोहफा देते हुए GST में कटौती की है। इस फैसले से रोजमर्रा की उपयोग की चीजें जैसे खाद्य सामग्री, घरेलू सामान और व्यक्तिगत देखभाल उत्पाद सस्ते होंगे। 22 सितंबर से लागू होने वाले इस निर्णय का असर शेयर बाजार पर भी देखने को मिला है, जहां कई कंपनियों के शेयरों में तेजी आई है। जानें इस कटौती से आपको क्या लाभ होगा और बाजार में इसका क्या प्रभाव पड़ेगा।
 

GST में कमी का ऐलान

सरकार ने त्योहारों के आगमन से पहले आम जनता को एक महत्वपूर्ण उपहार देने का निर्णय लिया है। GST काउंसिल ने रोजमर्रा की उपयोग की वस्तुओं और सीमेंट पर कर की दरों में कमी की है, जिससे ये उत्पाद अब सस्ते हो जाएंगे। इस घोषणा के बाद, शेयर बाजार में FMCG और सीमेंट कंपनियों के शेयरों में तेजी देखी गई। यह निर्णय 22 सितंबर से लागू होगा, जो नवरात्रि के पहले दिन है। माना जा रहा है कि यह कदम अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ के आर्थिक प्रभाव को कम करने और घरेलू खर्च को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है.


अब आइए जानते हैं कि कौन-कौन सी चीजें सस्ती होंगी।


खाद्य सामग्री: मक्खन, घी, ड्राई फ्रूट्स, पनीर, खजूर, जैम, नारियल पानी, नमकीन, बिस्कुट, और आइसक्रीम जैसी वस्तुओं पर पहले 12% या 18% टैक्स लगता था, जो अब केवल 5% पर आ जाएगा।


घर के सामान: टूथ पाउडर, फीडिंग बोतल, बर्तन, छाता, साइकिल, और कंघे जैसी चीजें भी 12% से घटकर 5% टैक्स स्लैब में आ गई हैं।


व्यक्तिगत देखभाल: शैम्पू, टेलकम पाउडर, टूथपेस्ट, साबुन, और हेयर ऑयल जैसी रोजमर्रा की चीजें भी 18% से घटकर 5% टैक्स के दायरे में आ गई हैं।


मध्यम वर्ग के सपने: एसी और वॉशिंग मशीन जैसी वस्तुओं पर भी टैक्स में कमी की गई है।


सीमेंट: घर बनाने की लागत भी अब कम हो सकती है क्योंकि सीमेंट पर भी टैक्स घटाया गया है।


शेयर बाजार में उछाल: GST में कटौती की खबर से बाजार में हलचल मच गई। ब्रिटानिया, डाबर, कोलगेट, हिंदुस्तान यूनिलीवर, और नेस्ले जैसी कंपनियों के शेयरों में 7% तक की वृद्धि हुई। इसी तरह, ब्लू स्टार और व्हर्लपूल जैसी उपभोक्ता वस्तुओं की कंपनियों और अल्ट्राटेक सीमेंट, श्री सीमेंट और ACC जैसी सीमेंट कंपनियों के शेयर भी हरे निशान पर बंद हुए।


सरकार के इस कदम से कंपनियों और निवेशकों में खुशी की लहर है, जबकि आम जनता को उम्मीद है कि इस कटौती का लाभ जल्द ही बाजार में दिखाई देगा और उनकी जेब पर बोझ कम होगा।