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सिरसा के कपास किसानों के लिए MSP खरीद की तैयारी शुरू

सिरसा के कपास किसानों के लिए अच्छी खबर है, क्योंकि कॉटन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने 2025-26 सीजन के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कपास खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। किसानों को 30 सितंबर तक 'कपास किसान ऐप' पर पंजीकरण कराना होगा। नई MSP दरें भी घोषित की गई हैं, जिसमें कपास की कीमतें शामिल हैं। हाल की बेमौसमी बारिश ने फसलों को नुकसान पहुँचाया है, लेकिन सरकारी खरीद किसानों के लिए राहत का स्रोत बन सकती है।
 

सिरसा में कपास किसानों के लिए खुशखबरी

सिरसा, कपास MSP खरीद: सिरसा के कपास उत्पादकों के लिए एक सकारात्मक समाचार आया है। कॉटन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (CCI) ने 2025-26 सीजन के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कपास खरीदने की प्रक्रिया आरंभ कर दी है। इसके लिए 10 कपास फैक्ट्रियों के साथ समझौते पूरे हो चुके हैं। MSP का लाभ उठाने के लिए किसानों को 30 सितंबर तक 'कपास किसान ऐप' पर पंजीकरण कराना आवश्यक है। इसके साथ ही, 'मेरी फसल मेरा ब्यौरा' पोर्टल पर भी पंजीकरण कराना अनिवार्य है। पंजीकरण के बाद, किसान ऐप के माध्यम से मंडी में स्लॉट बुक कर सकेंगे। इसके लिए उन्हें जमीन की फर्द, कपास बुवाई का प्रमाण, आधार कार्ड और आधार से जुड़े बैंक खाते जैसे दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे.


खरीफ फसलों के लिए नई MSP दरें

खरीफ फसलों की नई MSP दरें


कृषि मंत्रालय ने खरीफ सीजन की फसलों के लिए नई MSP दरें जारी की हैं। कपास (मीडियम स्टेपल) की कीमत 7,710 रुपये प्रति क्विंटल और कपास (लॉन्ग स्टेपल) की 8,110 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित की गई है। अन्य फसलों की MSP इस प्रकार है: धान (कॉमन) 2,369 रुपये, धान (ग्रेड-A) 2,389 रुपये, बाजरा 2,775 रुपये, मक्का 2,400 रुपये, मूंग 8,768 रुपये और मूंगफली 7,263 रुपये प्रति क्विंटल.


बेमौसमी बारिश का प्रभाव

बेमौसमी बारिश का असर


हाल ही में हुई बेमौसमी बारिश ने नरमा-कपास समेत अन्य फसलों को गंभीर नुकसान पहुँचाया है। वर्तमान में नरमा का बाजार भाव लगभग 6,771 रुपये प्रति क्विंटल है। ऐसे में MSP पर सरकारी खरीद किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण राहत साबित होगी। जिले में सिरसा, ऐलनाबाद, डबवाली और कालांवाली में चार खरीद केंद्र स्थापित किए जाएंगे.


किसानों के लिए सलाह

सिरसा में किसानों को सलाह


मार्केट कमेटी के सचिव वीरेंद्र मेहता ने बताया कि मंत्रालय ने खरीफ फसलों की MSP की घोषणा कर दी है। मंडी में सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त की जा रही हैं। कपास उत्पादकों को 'कपास किसान ऐप' पर पंजीकरण कर सरकारी खरीद का लाभ उठाना चाहिए। इससे किसान अपनी फसल को बेहतर दाम पर बेच सकेंगे.