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सोनीपत मिनी बाईपास: शहरवासियों के लिए यात्रा में आसानी की नई उम्मीद

सोनीपत मिनी बाईपास, जो गोहाना रोड से शुरू होकर मुरथल और बहालगढ़ रोड को जोड़ता है, शहरवासियों के लिए यात्रा को आसान बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस नए बाईपास के निर्माण से ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी और नेशनल हाईवे-44 तक पहुंचना सरल होगा। जानें इस परियोजना के लाभ और इसके निर्माण की प्रक्रिया के बारे में।
 

सोनीपत मिनी बाईपास: शहरवासियों के लिए यात्रा में आसानी की नई उम्मीद

सोनीपत मिनी बाईपास, हरियाणा के सोनीपत शहर के लिए एक नई उम्मीद लेकर आया है। यह बाईपास गोहाना रोड से शुरू होकर डीक्रस्ट के पीछे से गांव रेवली के पास मुरथल रोड और बहालगढ़ रोड को जोड़ता है।


इस सड़क के निर्माण से न केवल ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी, बल्कि नेशनल हाईवे-44 तक पहुंचना भी सरल हो जाएगा। स्थानीय निवासियों के लिए यह परियोजना एक बड़ा उपहार साबित होगी। आइए, इस मिनी बाईपास की विशेषताओं और इसके लाभों पर नजर डालते हैं।


ट्रैफिक जाम से मुक्ति का रास्ता

सोनीपत में ट्रैफिक की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। गोहाना रोड से मुरथल और बहालगढ़ रोड तक का सफर अक्सर जाम में फंस जाता है। नया मिनी बाईपास इस समस्या का समाधान प्रदान करेगा। यह सड़क गोहाना रोड बाईपास से शुरू होकर डीक्रस्ट के पास से होते हुए मुरथल रोड तक जाएगी और वहां से बहालगढ़ रोड को सीधे जोड़ेगी।


यह टू-लेन सड़क नेशनल हाईवे-44 तक पहुंचने का एक वैकल्पिक मार्ग प्रदान करेगी। इससे स्थानीय निवासियों को अपने दैनिक सफर में समय की बचत होगी। इसके अलावा, यह व्यावसायिक वाहनों के लिए भी सुविधाजनक होगा, जिससे शहर का ट्रैफिक प्रवाह बेहतर होगा।


निर्माण कार्य और बजट की तैयारी

सोनीपत मिनी बाईपास का निर्माण जल्द ही शुरू होने वाला है। पिछले साल अगस्त में वित्त एवं अनुबंध कमेटी ने इस परियोजना के लिए 4.01 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दी थी। इस राशि से टू-लेन सड़क का निर्माण किया जाएगा, जो सिंचाई विभाग के एक सूखे रजबाहे के साथ बनाई जाएगी।


इसके अलावा, रोहतक रोड से ककरोई रोड तक 2.5 किलोमीटर लंबे एक अन्य मिनी बाईपास का कार्य भी प्रारंभ हो चुका है। इस 33 फुट चौड़ी सड़क को छह महीने में पूरा करने का लक्ष्य है। दोनों परियोजनाएं मिलकर सोनीपत की कनेक्टिविटी को और मजबूत करेंगी।


शहर के विकास में मील का पत्थर

सोनीपत मेट्रो डेवलपमेंट अथॉरिटी (SMDA) की बैठक में इस मिनी बाईपास की योजना को अंतिम रूप दिया गया। यह सड़क न केवल ट्रैफिक की समस्या को हल करेगी, बल्कि शहर के विकास को भी गति प्रदान करेगी।


मुरथल और बहालगढ़ जैसे क्षेत्रों में व्यापार और आवासीय गतिविधियों में वृद्धि होगी। स्थानीय निवासियों का मानना है कि यह बाईपास उनकी जिंदगी को सरल बनाएगा। यह परियोजना सोनीपत को एक आधुनिक और सुगम शहर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।