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सोनू सूद से ED की पूछताछ: ऑनलाइन सट्टेबाज़ी एप 1xBet से जुड़ा मामला

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अभिनेता सोनू सूद से मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ की है, जो चर्चित ऑनलाइन सट्टेबाज़ी एप 1xBet से जुड़ा है। यह पूछताछ लगभग सात घंटे तक चली, जिसमें सोनू सूद का बयान दर्ज किया गया। ED ने पहले भी कई क्रिकेटर्स और सोशल मीडिया प्रभावशाली व्यक्तियों से पूछताछ की है। जांच का मुख्य उद्देश्य यह जानना है कि इन सेलिब्रिटीज ने इस सट्टेबाजी कंपनी से कैसे संपर्क किया। केंद्र सरकार ने हाल ही में ऑनलाइन सट्टेबाज़ी पर रोक लगाने के लिए नया कानून लागू किया है।
 

ED की पूछताछ का मामला

ED Betting Case: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार को अभिनेता सोनू सूद से मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में लगभग सात घंटे तक पूछताछ की। यह मामला चर्चित ऑनलाइन सट्टेबाज़ी एप 1xBet से संबंधित है। सोनू सूद (52) अपने कानूनी सलाहकारों के साथ दोपहर करीब 12 बजे एजेंसी के केंद्रीय दिल्ली कार्यालय पहुंचे और शाम 7 बजे वहां से निकले। ED के अधिकारियों के अनुसार, यह पूछताछ मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत की गई। इस दौरान सोनू सूद का बयान दर्ज किया गया। इससे पहले कई प्रमुख क्रिकेटर्स, अभिनेता और सोशल मीडिया प्रभावशाली व्यक्तियों से भी इसी मामले में पूछताछ की जा चुकी है।


अन्य सेलिब्रिटीज से पूछताछ

कई सेलिब्रिटीज से पहले भी हो चुकी है पूछताछ

ED ने इस मामले में पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना, शिखर धवन, रोबिन उथप्पा और युवराज सिंह के अलावा तृणमूल कांग्रेस (TMC) की पूर्व सांसद और अभिनेत्री मिमी चक्रवर्ती तथा बंगाली अभिनेता अंकुश हज़रा से भी पूछताछ की है। जांच एजेंसी ने बताया कि कई महिला सोशल मीडिया प्रभावशाली व्यक्तियों से भी इस सिलसिले में पूछताछ की गई है।


सट्टेबाज़ी एप की जांच

करोड़ों रुपये की ठगी और टैक्स चोरी की जांच

1xBet एप की जांच ED द्वारा उन प्लेटफार्मों के खिलाफ व्यापक अभियान का हिस्सा है, जो आम जनता से करोड़ों रुपये की ठगी और करों की चोरी में लिप्त पाए गए हैं। ED का कहना है कि यह एप क्युरासाओ में रजिस्टर्ड है और खुद को एक वैश्विक सट्टेबाज़ी ब्रांड बताता है, जो 18 वर्षों से इस क्षेत्र में सक्रिय है। इसकी वेबसाइट और ऐप 70 भाषाओं में उपलब्ध हैं।


संपत्तियों की जांच

संपत्तियों पर चार्जशीट दाखिल और जांच पर फोकस

सूत्रों के अनुसार, ED अब उन व्यक्तियों की संपत्तियों को अटैच करने की योजना बना रही है, जिन्होंने इस एप के प्रमोशनल एक्टिविटीज से कमाए गए कथित अवैध धन का उपयोग किया है। जांच पूरी होने के बाद अदालत में चार्जशीट दाखिल की जाएगी।

जांच एजेंसी का मुख्य उद्देश्य यह जानना है कि इन सेलिब्रिटीज से इस सट्टेबाजी कंपनी ने कैसे संपर्क किया, संपर्क का माध्यम कौन था, भुगतान नकद में हुआ या बैंकिंग चैनल से, और क्या भुगतान भारत में हुआ या विदेश में? अधिकारियों ने कहा कि हम सभी संबंधित ईमेल्स, कॉन्ट्रैक्ट्स और दस्तावेज़ों की कॉपी मांग रहे हैं ताकि पता चल सके कि यह पैसा मनी लॉन्ड्रिंग के तहत 'proceeds of crime' की श्रेणी में आता है या नहीं।

ED यह भी पूछ रही है कि क्या इन हस्तियों को यह जानकारी थी कि भारत में ऑनलाइन सट्टेबाज़ी और गेमिंग अवैध है। उनसे यह भी पूछा गया कि क्या उन्होंने किसी वकील या सलाहकार से इस बारे में कानूनी राय ली थी।


केंद्र सरकार की नई नीति

केंद्र सरकार की सख्ती और ऑनलाइन सट्टेबाजी पर प्रतिबंध

हाल ही में केंद्र सरकार ने रियल मनी ऑनलाइन गेमिंग पर रोक लगाने के लिए नया कानून लागू किया है। ED ने भी नीति स्तर पर निर्णय लिया है कि अवैध सट्टेबाज़ी और गेमिंग से जुड़े वित्तीय अपराधों की जांच के लिए 'Focused Strategies' अपनाई जाएंगी।
एक अनुमान के अनुसार, प्रतिबंध से पहले देश में लगभग 22 करोड़ लोग ऐसे ऑनलाइन सट्टेबाज़ी ऐप्स का उपयोग कर रहे थे, जिनमें से करीब आधे नियमित उपयोगकर्ता थे। विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में यह बाजार 100 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक का था और सालाना 30% की दर से बढ़ रहा था।