सोने, चांदी और कॉपर की कीमतों में गिरावट: जानें कारण
कीमतों में गिरावट का कारण
नई दिल्ली: साल के अंतिम कारोबारी सत्र में सोने, चांदी और कॉपर जैसे महत्वपूर्ण धातुओं में भारी गिरावट देखी जा रही है। इस गिरावट का मुख्य कारण एक्सचेंजों द्वारा मार्जिन में वृद्धि को माना जा रहा है, जिससे ट्रेडर्स को इन कीमती धातुओं में पोजीशन बनाने के लिए अधिक अग्रिम भुगतान करना पड़ेगा।
रिपोर्टों के अनुसार, शिकागो मर्केंटाइल एक्सचेंज ने मार्च 2026 के सिल्वर फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट के लिए मार्जिन की आवश्यकता को 25,000 डॉलर कर दिया है, जो पहले 20,000 डॉलर थी। यह चांदी में गिरावट का एक प्रमुख कारण है।
जानकारी के अनुसार, चांदी के लिए 30 प्रतिशत, सोने के लिए 9 प्रतिशत, और प्लैटिनम तथा पैलेडियम के लिए 22-25 प्रतिशत मार्जिन की आवश्यकता होगी।
प्लैटिनम और पैलेडियम जैसे कीमती धातुएं भारतीय एक्सचेंजों पर ट्रेड नहीं होती हैं।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर दोपहर 1:38 बजे सोने का 5 फरवरी 2026 का कॉन्ट्रैक्ट 0.80 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,35,570 रुपए पर था। चांदी का 5 मार्च 2026 का कॉन्ट्रैक्ट 5.20 प्रतिशत गिरकर 2,37,950 रुपए पर पहुंच गया।
कॉपर के 30 जनवरी 2026 के कॉन्ट्रैक्ट का मूल्य 2.93 प्रतिशत घटकर 1,298.15 रुपए हो गया।
हाजिर बाजार में भी सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है।
इंडिया बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) द्वारा दोपहर 12 बजे जारी की गई कीमतों के अनुसार, 24 कैरेट सोने की कीमत 1,33,099 रुपए प्रति 10 ग्राम है, जो कि पिछले मूल्य से लगभग 1,500 रुपए कम है। चांदी का मूल्य 2,896 रुपए घटकर 2,29,433 रुपए प्रति किलो हो गया है, जो पहले 2,32,329 रुपए प्रति किलो था।
आईबीजेए द्वारा दिन में दो बार - दोपहर 12 बजे और शाम 5 बजे सोने और चांदी की कीमतें अपडेट की जाती हैं।