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हरियाणा के आईपीएस अधिकारी की आत्महत्या: जातिगत भेदभाव का गंभीर मामला

हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। उन्होंने अपने सुसाइड नोट में आरोप लगाया कि उन्हें मानसिक प्रताड़ना और जातिगत भेदभाव का सामना करना पड़ा। कांग्रेस नेताओं ने इस मामले को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है। प्रियंका गांधी ने कहा कि भाजपा का शासन दलितों के लिए अभिशाप बन गया है। राहुल गांधी ने भी इस घटना को सामाजिक ज़हर का प्रतीक बताया है। चंडीगढ़ पुलिस ने इस मामले में 13 अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
 

आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या का मामला


हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या: हरियाणा में एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। उन्होंने अपने सुसाइड नोट में आरोप लगाया कि उन्हें उच्च अधिकारियों द्वारा मानसिक प्रताड़ना, जातिगत भेदभाव और उत्पीड़न का सामना करना पड़ा, जिससे वे मानसिक रूप से टूट गए और यह दुखद निर्णय लिया। इस मामले को लेकर कांग्रेस के नेता भाजपा पर हमलावर हो गए हैं। वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि भाजपा का शासन दलितों के लिए अभिशाप बन गया है।


प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "जातीय प्रताड़ना से परेशान होकर हरियाणा के IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार जी की आत्महत्या से पूरा देश स्तब्ध है। देश भर में दलितों के खिलाफ अन्याय, अत्याचार और हिंसा का सिलसिला भयावह है।" उन्होंने आगे कहा, "पहले रायबरेली में हरिओम वाल्मीकि की हत्या, फिर मुख्य न्यायाधीश का अपमान और अब एक वरिष्ठ अधिकारी की आत्महत्या यह दर्शाती है कि भाजपा राज दलितों के लिए अभिशाप बन गया है।"



इससे पहले राहुल गांधी ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा, "हरियाणा के IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार जी की आत्महत्या उस गहराते सामाजिक ज़हर का प्रतीक है, जो जाति के नाम पर इंसानियत को कुचल रहा है। जब एक IPS अधिकारी को उसकी जाति के कारण अपमान और अत्याचार सहने पड़ें, तो सोचिए, आम दलित नागरिक किन हालात में जी रहा होगा।" उन्होंने कहा, "रायबरेली में हरिओम वाल्मीकि की हत्या, सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का अपमान और अब पूरन जी की मृत्यु – ये घटनाएँ बताती हैं कि वंचित वर्ग के ख़िलाफ़ अन्याय अपनी चरम सीमा पर है।"



गौरतलब है कि इस मामले में चंडीगढ़ पुलिस ने हरियाणा पुलिस के डीजीपी शत्रुजीत सिंह कपूर सहित 13 अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, जिनके नाम सुसाइड नोट में उल्लेखित हैं। यह एफआईआर सेक्टर-11 पुलिस थाने में दर्ज की गई है।