हरियाणा में 2800 मेगावाट का अणु संयंत्र: सीएम नायब सैनी और केंद्रीय मंत्री का दौरा
गोरखपुर में अणु संयंत्र का दौरा
गोरखपुर में 2800 मेगावाट का अणु संयंत्र
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शनिवार को फतेहाबाद के भूना खंड के गोरखपुर गांव में स्थापित किए जा रहे अणु संयंत्र का निरीक्षण किया। दोनों नेता हेलिकॉप्टर से गोरखपुर पहुंचे और संयंत्र की निर्माण कंपनी एनपीसीआईएल के अधिकारियों के साथ बैठक की।
बैठक के बाद, केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री ने गोरखपुर अणु विद्युत परियोजना का दौरा किया। इसके बाद, मुख्यमंत्री नायब सैनी पंजाब के लिए रवाना हो गए, जबकि मनोहर लाल संयंत्र की बिल्डिंग में वापस गए। इस परियोजना की लागत 42000 करोड़ रुपये है।
हरियाणा को मिलेगा संयंत्र की 50% बिजली
पत्रकारों से बातचीत में मनोहर लाल ने बताया कि 2800 मेगावाट का अणु संयंत्र 2031 में 1400 यूनिट और 2032 में 1400 यूनिट का उत्पादन शुरू करेगा। उन्होंने कहा कि इस संयंत्र को 2014 में मंजूरी मिली थी। आमतौर पर अणु संयंत्र लगाने में 13 साल लगते हैं, लेकिन यहां की रेतीली जमीन और कुछ तकनीकी समस्याओं के कारण इसमें अधिक समय लग रहा है। इस परियोजना से उत्पन्न बिजली का 50% हिस्सा हरियाणा को मिलेगा, जबकि शेष 50% केंद्र सरकार को दिया जाएगा।