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हरियाणा में बाढ़ की स्थिति: नदियों का उफान, 8 जिलों में स्कूल बंद

हरियाणा में यमुना, टांगरी, घग्गर और मारकंडा नदियों के उफान से बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। 2,000 से अधिक गांव जलभराव से प्रभावित हैं, और 5 से 6 लाख एकड़ फसलों को नुकसान हुआ है। प्रशासन राहत कार्य में जुटा है, और 8 जिलों में स्कूलों को बंद करने के आदेश दिए गए हैं। जानिए इस गंभीर स्थिति के बारे में और अधिक जानकारी।
 

हरियाणा में बाढ़ का खतरा


फसलों को भारी नुकसान
हरियाणा में यमुना, टांगरी, घग्गर और मारकंडा नदियों के साथ-साथ अन्य छोटी नदियाँ भी उफान पर हैं। प्रदेश में बाढ़ का खतरा बढ़ता जा रहा है, जिससे 2,000 से अधिक गांवों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। कई गांवों का शहरों से संपर्क टूट चुका है, और प्रशासन राहत सामग्री पहुंचाने में जुटा है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जा रहा है। यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, अंबाला, करनाल, सोनीपत और सिरसा में भूमि कटाव की घटनाएँ बढ़ी हैं और फसलें जलमग्न हो चुकी हैं।


ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर 1,13,000 किसानों ने फसलों के नुकसान की सूचना दी है। किसानों का अनुमान है कि 5 से 6 लाख एकड़ फसलों को नुकसान हुआ है। अंबाला में टांगरी, बेगना और मारकंडा नदियों का पानी नेशनल हाईवे-344 के ऊपर बह रहा है। हरियाणा के 7,353 गांवों में से 2,283 गांव जलभराव से प्रभावित हुए हैं। प्रदेश के 8 जिलों में स्कूलों को बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं।


यमुना के फ्लड गेट खुले

यमुना के फ्लड गेट 5वें दिन भी खुले


यमुना के फ्लड गेट आज 5वें दिन भी खुले हैं, जिससे यमुनानगर, करनाल, पानीपत और सोनीपत में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। इन क्षेत्रों में भूमि कटाव की घटनाएँ बढ़ी हैं और नदी किनारे की फसलें डूब गई हैं। दिल्ली के ओखला बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण फरीदाबाद में यमुना का जलस्तर खतरनाक स्तर पर पहुँच गया है। वर्तमान में यमुना में 2,44,478 क्यूसेक पानी बह रहा है।


मारकंडा नदी का पानी हाईवे पर

हाइवे पर आया मारकंडा नदी का पानी


हाइवे पर आया मारकंडा नदी का पानी।


अंबाला और कुरुक्षेत्र में नदी किनारे के गांवों में खतरा बढ़ गया है। मारकंडा और उसकी सहायक नदी बेगना अंबाला के मुलाना क्षेत्र में कई स्थानों पर ओवरफ्लो हो गई है। इसका पानी नेशनल हाईवे-344 पर पहुँच गया है। 12 से 15 गांवों में फसलें जलमग्न हो गई हैं। कुरुक्षेत्र के शाहबाद इलाके में मारकंडा का असली नुकसान देखा जा रहा है।


अंबाला में बाढ़ का खतरा

अंबाला के लिए खतरा बनी टांगरी, मारकंडा-बेगना और घग्गर


अंबाला में टांगरी, मारकंडा-बेगना और घग्गर से खतरा बना हुआ है। टांगरी इस मौसम में दो बार ओवरफ्लो हो चुकी है। गुरुवार को इसमें 43,000 क्यूसेक पानी दर्ज किया गया। इससे 15 कॉलोनियों में पलायन की स्थिति उत्पन्न हुई। अब बुधवार रात से नदी का पानी नेशनल हाईवे-344 पर बह रहा है।


हिसार में जलभराव की स्थिति


हिसार में बारिश के कारण हालात बिगड़ गए हैं। 180 से अधिक गांवों में बरसाती पानी भरा है। स्वास्थ्य विभाग को हर गांव में फोगिंग करवाने के आदेश दिए गए हैं। इसके अलावा, सिंघवा माइनर भी टूट गई है, जिससे गांव की सैकड़ों एकड़ फसल में पानी भर गया है।


नेशनल हाईवे पर जलभराव

3 नेशनल हाईवे पानी में डूबे


हिसार के तीन नेशनल हाईवे, हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे-52, हांसी से बरवाला में गुजरने वाला नेशनल हाईवे 148बी और दिल्ली-हिसार नेशनल हाईवे नंबर 9 पानी में डूब गए हैं। यहां भैणी महाराजपुर और मुंढाल में 2 फुट पानी जमा हो गया है। जिले में सभी स्कूलों को बंद रखने के आदेश दिए गए हैं।