हरियाणा में बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत और मुआवजा राशि की घोषणा
हरियाणा में हाल ही में आई बाढ़ के कारण प्रभावित लोगों के लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने राहत उपायों की घोषणा की है। सरकार ने 3 करोड़ 26 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की है, जिसका उपयोग प्रभावितों को आवश्यक वस्तुएं प्रदान करने के लिए किया जाएगा। इसके साथ ही, बाढ़ पीड़ितों के लिए मुआवजा राशि भी निर्धारित की गई है, जिसमें मृत्यु, अंग हानि और मकान क्षति के लिए सहायता राशि शामिल है। जानें इस मुआवजे की पूरी सूची और अन्य राहत उपायों के बारे में।
Sep 8, 2025, 17:19 IST
हरियाणा में बाढ़ राहत उपाय
हरियाणा समाचार: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बताया कि राज्य में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति में प्रभावित लोगों के लिए सरकार ने 3 करोड़ 26 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की है। यह धनराशि प्रभावितों को भोजन, वस्त्र, अस्थायी आश्रय, तंबू, पशुओं के लिए चारा, पेट्रोल, डीजल और अन्य आवश्यक वस्तुओं के लिए उपयोग की जाएगी। इसके अलावा, राहत सामग्री के परिवहन और ग्रामीण क्षेत्रों में जल निकासी कार्यों के लिए भी इसका उपयोग किया जाएगा।
सरकार ने बाढ़ पीड़ितों के लिए मुआवजा राशि भी निर्धारित की है, जिसकी पूरी सूची इस प्रकार है:
बाढ़ पीड़ितों को सहायता
क्रमांक | नुकसान | सहायता राशि |
1 | मृत्यु | 4 लाख रुपये |
2 | अंग हानि (40-60 प्रतिशत) | 74,000 रुपये |
3 | अंग हानि (60 प्रतिशत से अधिक) | 2,50,000 रुपये |
4 | क्षतिग्रस्त मकान के लिए (मैदानी क्षेत्र में) | 1,20,000 रुपये |
5 | क्षतिग्रस्त मकान के लिए (पहाड़ी क्षेत्र में) | 1,30,000 रुपये |
6 | आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त पक्के मकान के लिए (15 प्रतिशत) | 10,000 रुपये |
7 | आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त कच्चे मकान के लिए (15 प्रतिशत) | 5,000 रुपये |
8 | गांव में दुकान, संस्थान व उद्योग 100 प्रतिशत हानि (1 लाख रुपये तक) | 1 लाख रुपये या वास्तविक हानि |
1 लाख से 2 लाख तक | 1.75 लाख रुपये | |
2 लाख से 3 लाख तक | 2.35 लाख रुपये | |
3 लाख से 4 लाख तक | 2.75 लाख रुपये | |
4 लाख से 5 लाख तक | 3.05 लाख रुपये | |
5 लाख से अधिक | 3.05 लाख रुपये + 10 प्रतिशत | |
9 | फसल हानि सब्सिडी (प्रतिशतता के आधार पर) प्रति एकड़ | 7,000 से 15,000 रुपये तक |
10 | दुधारू पशु हानि, भैंस, गाय, ऊंटनी आदि | 37,500 रुपये |
भेड़, बकरी, सुअर | 4,000 रुपये | |
दूध न देने वाले पशु ऊंट, घोड़ा, बैल आदि | 32,000 रुपये | |
मुर्गी पालन | 10,000 रुपये तक |