हरियाणा में बीपीएल परिवारों के लिए सस्ते तेल की नई नीति
सरकार ने बीपीएल परिवारों के लिए तेल की कीमतों में बदलाव किया
सरसों के तेल की नई दरें
हरियाणा में बीपीएल परिवारों के लिए सस्ते तेल की नीति में बदलाव किया गया है। अब, 1 लीटर सरसों के तेल के लिए 30 रुपए का भुगतान करना होगा, जबकि 2 लीटर लेने पर 100 रुपए चुकाने होंगे। खाद्य एवं आपूर्ति राज्य मंत्री राजेश नागर ने इस बात की पुष्टि की है कि यदि कोई बीपीएल परिवार केवल 1 लीटर तेल लेना चाहता है, तो उसे 30 रुपए ही देने होंगे। हालांकि, 2 लीटर लेने पर 100 रुपए का भुगतान अनिवार्य होगा।
यह स्पष्ट है कि सरकार ने दरों में कोई बदलाव नहीं किया है, बल्कि खपत को नियंत्रित करने के लिए आंशिक राहत प्रदान की है। प्रति कार्ड चार सदस्यों की गणना की जाती है, और एक परिवार को प्रति कार्ड 1 किलो चीनी, 2 लीटर सरसों का तेल और प्रति सदस्य 5 किलो गेहूं मिलता है। इनमें से चीनी और गेहूं की कीमत क्रमशः 12.50 रुपए प्रति किलो और मुफ्त में उपलब्ध है।
बीपीएल परिवारों की संख्या
हरियाणा में वर्तमान में 47 लाख से अधिक बीपीएल परिवार हैं। लोकसभा और विधानसभा चुनावों से पहले यह संख्या 52 लाख 50 हजार तक पहुंच गई थी, लेकिन हाल के महीनों में सरकार ने 6 लाख से अधिक परिवारों को सूची से बाहर कर दिया है। विपक्ष ने इस कदम को चुनावी लाभ के लिए उठाया गया कदम बताया है।
विपक्ष की प्रतिक्रिया
तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर विपक्ष सरकार पर लगातार हमले कर रहा है। कांग्रेस और इनेलो ने इस निर्णय को गरीब विरोधी बताते हुए इसे वापस लेने की मांग की है। कई जिलों में बीपीएल परिवारों ने स्थानीय डिपो स्तर पर विरोध भी दर्ज कराया है।
पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि बीपीएल कार्ड भाजपा का चुनावी एजेंडा था। चुनाव से पहले भाजपा ने एक लाख 80 हजार रुपए से कम आय वाले परिवारों के नए बीपीएल कार्ड बनाए और वोट लेने के बाद इन परिवारों को बीपीएल श्रेणी से हटा दिया।