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हरियाणा में मानसून की विदाई, मौसम में बदलाव की तैयारी

हरियाणा में मानसून ने अपना सफर समाप्त कर लिया है, जिससे मौसम में बदलाव आ रहा है। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, अब उत्तर-पश्चिमी शुष्क हवाएं चलेंगी, जिससे दिन का तापमान बढ़ सकता है। इस बदलाव का असर खरीफ फसलों पर पड़ेगा, जबकि रबी फसलों की बुआई के लिए यह मौसम फायदेमंद है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे मौसम की ताजा जानकारी के अनुसार अपने कृषि कार्यों की योजना बनाएं। जानें इस मौसम में किसानों को क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
 

हरियाणा मौसम अपडेट 25 सितंबर

हिसार | हरियाणा में मानसून ने अपना सफर समाप्त कर लिया है। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञान विभाग ने जानकारी दी है कि 24 सितंबर 2025 को मानसून की औपचारिक विदाई हो गई। इसके साथ ही मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है।


विभाग के प्रमुख डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि राजस्थान के ऊपर बने एंटीसाइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण उत्तर-पश्चिमी शुष्क हवाएं चलेंगी। इससे 29 सितंबर तक मौसम मुख्यतः शुष्क और परिवर्तनशील रहेगा।


इस दौरान दिन का तापमान थोड़ा बढ़ सकता है, और कभी-कभी हल्के बादल भी दिखाई दे सकते हैं। वहीं, रात का तापमान कुछ कम होगा, जिससे ठंडी हवा का अनुभव होगा। इसका मतलब है कि दिन में हल्की गर्मी और रात में ठंडी हवाओं का आनंद लिया जा सकेगा।


फसलों पर प्रभाव

फसलों पर क्या होगा असर? हरियाणा मौसम अपडेट


मानसून के समाप्त होने के बाद खरीफ फसलों पर प्रभाव पड़ना निश्चित है। धान, बाजरा और कपास जैसी फसलें इस समय पकने की अवस्था में हैं। शुष्क मौसम इन फसलों के पकने और कटाई के लिए अनुकूल माना जाता है। दूसरी ओर, गेहूं और सरसों जैसी रबी फसलों की बुआई की तैयारी कर रहे किसानों के लिए भी यह मौसम लाभकारी है। यदि खेतों में नमी बनी रहे और अगले महीने हल्की सर्दी शुरू हो, तो किसानों को खेती में काफी राहत मिलेगी।


रात में ओस की संभावना

रात में ओस की संभावना


डॉ. खीचड़ ने बताया कि रात के तापमान में कमी से ओस पड़ने की संभावना बढ़ेगी, जो फसलों के लिए नमी का काम करेगी। किसानों को सलाह दी गई है कि वे सिंचाई करते समय दिन के तापमान का ध्यान रखें और मौसम की ताजा जानकारी के आधार पर अपने कृषि कार्यों की योजना बनाएं। मौसम विभाग ने किसानों से नियमित अपडेट लेने की अपील की है ताकि वे सही समय पर सही कदम उठा सकें।