हरियाणा में मोटर व्हीकल इंस्पेक्टरों की रिपोर्ट की मांग, ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन की तैयारी
हरियाणा में परिवहन मंत्री की नई पहल
हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज ने सभी जिलों में तैनात मोटर व्हीकल इंस्पेक्टरों की रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने यह जानकारी भी मांगी है कि कौन सा एमवीआई कब और कहां तैनात है। इसके साथ ही, उन्होंने ट्रांसपोर्ट विभाग में शुरू होने वाले ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशनों की प्रगति के बारे में भी जानकारी ली है।
ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन का महत्व
हरियाणा का ट्रांसपोर्ट विभाग ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशनों (एटीएस) के माध्यम से वाहनों की फिटनेस की जांच करने की योजना बना रहा है। ये मशीनें स्वचालित रूप से वाहनों की फिटनेस की जांच के लिए विभिन्न मैकेनिकल उपकरणों का उपयोग करती हैं। राज्य सरकार ने छह एटीएस स्थापित करने का निर्णय लिया है, जहां एटीएम, लाउंज और कैफेटेरिया जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी।
एटीएस की कार्यप्रणाली
एटीएस मशीनें वाहनों की फिटनेस की जांच के लिए कई परीक्षण करती हैं, जैसे ब्रेक, सस्पेंशन और उत्सर्जन स्तर। ये परीक्षण स्वचालित रूप से होते हैं, जिससे मानवीय त्रुटियों की संभावना कम हो जाती है। एटीएस न केवल वाहनों की फिटनेस की जांच में मदद करती हैं, बल्कि वायु प्रदूषण को कम करने और परिवहन की स्थिरता में सुधार करने में भी सहायक होती हैं।
एमवीआई के पदों में बदलाव की संभावना
हरियाणा में मोटर व्हीकल इंस्पेक्टरों द्वारा वाहनों की फिटनेस से संबंधित कार्य किए जाते हैं, जिसमें अक्सर रिश्वत भी शामिल होती है। इस स्थिति को देखते हुए, मंत्री अनिल विज ने सीएम फ्लाइंग रेड की मांग की है। एटीएस के शुरू होने पर, सरकार एमवीआई के पदों में कटौती कर सकती है और इन अधिकारियों को अन्य कार्यों में तैनात कर सकती है।