हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से तबाही, अगले 7 दिन मौसम का अलर्ट
हिमाचल प्रदेश में मौसम की स्थिति
हिमाचल मौसम पूर्वानुमान: हिमाचल प्रदेश में मानसून की बारिश ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है, जिससे कई स्थानों पर तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले 7 दिनों के लिए प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। खराब मौसम के कारण आज, 26 अगस्त, मंगलवार को ऊना, चंबा, कुल्लू, मंडी, कांगड़ा, बिलासपुर, सोलन और हमीरपुर में स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
हिमाचल में हालात की जानकारी
मनाली में भारी बारिश के कारण चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग रात भर के लिए अवरुद्ध हो गया। ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ने से आलू ग्राउंड तक पानी पहुंच गया, जिससे कई स्थान डूब गए। बाहंग क्षेत्र के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है। मनाली के बाहंग में कुछ दुकानें, एक होटल और घर नदी में बह गए हैं। मंडी जिले के बालोचौकी में दो मकान ढह गए हैं, जिसके चलते 9 असुरक्षित घरों को खाली करवाया गया है।
पिछले दो दिनों की बारिश ने मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग-3 को समाहण के पास पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया है। ओल्ड मनाली से बुरुआ सड़क संपर्क मार्ग भी टूट गया है। लगातार बारिश के कारण ब्यास नदी और नाले उफान पर हैं, जिससे कई स्थानों पर भूस्खलन हो रहा है। भाखड़ा बांध की गोबिंद सागर झील का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर 1680 फीट तक पहुंच गया है। आज भाखड़ा बांध का जलस्तर 1670.70 फीट दर्ज किया गया है।
आगामी मौसम की भविष्यवाणी
IMD के अनुसार, अगले 7 दिनों में पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और हिमाचल प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। इसके बाद अगले 4 दिनों तक हल्की बारिश का दौर जारी रहेगा। अगले 48 घंटों में मंडी, कुल्लू, ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, सोलन और शिमला में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जबकि चंबा और कांगड़ा के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।
बारिश से हुए नुकसान का आकलन
20 जून से 25 अगस्त के बीच हिमाचल प्रदेश में बारिश के कारण विभिन्न हादसों में 306 लोगों की जान जा चुकी है। आर्थिक नुकसान 239428 लाख रुपये का हुआ है। 25755 पक्षी और 1843 पशु मारे गए हैं। 3372 लाख रुपये की निजी संपत्ति का नुकसान हुआ है और 2743 लाख रुपये की फसलें नष्ट हो चुकी हैं। कुल 199 आपदाएं हुई हैं, जिनमें सबसे अधिक घटनाएं कुल्लू और लाहौल स्पीति में दर्ज की गई हैं।