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हिसार में बारिश से जनजीवन प्रभावित, स्कूलों में छुट्टी घोषित

हिसार जिले में लगातार बारिश के कारण जलभराव की गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है। उपायुक्त ने सभी स्कूलों में छुट्टी की घोषणा की है। कई गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है, और प्रशासन ने स्थिति की निगरानी के लिए टीमें बनाई हैं। रेलवे सेवा भी प्रभावित हुई है, जिसमें चार ट्रेनों को रद्द किया गया है। जानें इस संकट के बारे में और अधिक जानकारी।
 

हिसार में जलभराव की समस्या

हिसार जिले में शुक्रवार को हुई बारिश के कारण कई स्थानों पर जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। लगातार छठे दिन हो रही बारिश ने लोगों के दैनिक जीवन को प्रभावित कर दिया है। गुरुवार सुबह से रुक-रुक कर हो रही बारिश के चलते शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में जलभराव की समस्या गंभीर हो गई है। इस स्थिति को देखते हुए उपायुक्त अनीश यादव ने जिले के सभी स्कूलों में रविवार तक छुट्टी की घोषणा की। हालांकि, गुरुवार को कुछ निजी स्कूल खुले पाए गए, जिन्हें बीईओ ने बंद करवा दिया।


ड्रेन टूटने से बाढ़ जैसी स्थिति

गुरुवार दोपहर के बाद कैमरी के पास गंगवा फाटक के निकट घग्घर ड्रेन फिर से टूट गई, जिससे पानी शहर की ओर बहने लगा। रामगढ़ बस्ती तक पानी पहुंच गया है। एक दिन पहले भी गंगवा के खेतों के पास ड्रेन टूटी थी, लेकिन उस पर बांध बना दिया गया था। अब दूसरी जगह ड्रेन टूटने से स्थिति और बिगड़ गई है। ड्रेन ओवरफ्लो होने से कई एकड़ फसलें प्रभावित हुई हैं।


गांवों में बाढ़ का खतरा

पब्लिक हेल्थ मंत्री रणबीर गंगवा के गांव गंगवा में ड्रेन टूटने से बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। गांव में पानी भरने का खतरा बढ़ गया है। वहीं, गांव खरड़ में बिजली की सप्लाई में रुकावट आ रही है। आर्य नगर बिजली घर की सप्लाई चालू है, लेकिन अगर बारिश जारी रही, तो इसे भी बंद करना पड़ सकता है।


ग्रामीणों का विरोध

गंगवा के पास स्थानीय ग्रामीणों ने हिसार-राजगढ़ रोड पर जाम लगा दिया, जिससे वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और यातायात बाधित हो गया। प्रशासनिक अधिकारियों ने काफी देर बाद जाकर उन्हें समझाकर जाम खुलवाया। मिंगनीखेड़ा के पास भी ड्रेन ओवरफ्लो हो गई, लेकिन यहां स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया।


जलभराव से प्रभावित गांव

जिले के 180 से अधिक गांवों में पानी भर गया है, जिससे कई घरों और खेतों में पानी घुस गया है। लोग अपने पशुओं को ऊंचे स्थानों या रिश्तेदारों के घरों में शिफ्ट कर रहे हैं। आर्यनगर, मिर्जापुर, मात्रश्याम, शाहपुर और कैमरी में घुटनों तक पानी जमा है। 100 से अधिक परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है।


प्रशासन की निगरानी

कैमरी गांव में घग्घर मल्टीपर्पज ड्रेन, बालसमंद की बासड़ा, घिराय गांव की ड्रेन, टोकस-पातन, न्योलीकलां, लुदास, दौलतपुर और शाहपुर जैसे गांवों की ड्रेन टूट चुकी हैं, जिससे हालात और बिगड़ गए हैं। प्रशासन ने स्थिति की निगरानी के लिए टीमें बनाई हैं।


रेलवे सेवा पर असर

बारिश के कारण रेलवे सेवा भी प्रभावित हुई है। भारी जलभराव के चलते चार ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है, जिनमें दिल्ली-हिसार, हिसार-रेवाड़ी, रेवाड़ी-हिसार और हिसार-दिल्ली ट्रेनें शामिल हैं।


बिजलीघरों में जलभराव

दो बिजलीघरों में पानी भर गया है, जिसमें आर्य नगर 33 केवी और भाटला 33 केवी बिजली घर शामिल हैं। भाटला का बिजलीघर पिछले 5 दिनों से बंद है, जिससे 20 गांव प्रभावित हो रहे हैं।


क्षतिपूर्ति पोर्टल की मांग

पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति ने मंडल आयुक्त अशोक गर्ग से क्षतिपूर्ति पोर्टल खोलने की मांग की है। फसलों के नुकसान को दर्ज करने के लिए अब तक 81 गांवों के लिए क्षतिपूर्ति पोर्टल खोला गया है।