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2025 में भारतीय राजनीति में नए चेहरों की एंट्री

साल 2025 भारतीय राजनीति में कई नए चेहरों की एंट्री का गवाह बना। इस वर्ष उपराष्ट्रपति, राज्यसभा और विधानसभा चुनावों में कलाकारों, प्रशासनिक अधिकारियों और युवा नेताओं ने अपनी पहचान बनाई। मैथिली ठाकुर, खेसारी लाल यादव, हरीश खुराना, जेपी सिंह और सौरभ थपलियाल जैसे नए चेहरे राजनीति में नए प्रयोग और नेतृत्व की संभावनाओं को उजागर करते हैं। जानें इन नए चेहरों की कहानियाँ और उनके चुनावी सफर के बारे में।
 

भारतीय राजनीति में नए चेहरे


नई दिल्ली: साल 2025 भारतीय राजनीति के लिए कई दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण रहा। इस वर्ष उपराष्ट्रपति, राज्यसभा, विधानसभा और उपचुनाव हुए, जिनमें कई नए चेहरे सामने आए। इनमें कलाकार, प्रशासनिक अधिकारी और राजनीतिक परिवारों से जुड़े लोग शामिल थे।


कुछ ने चुनाव में जीत हासिल की, जबकि अन्य को हार का सामना करना पड़ा। फिर भी, इन सभी ने राजनीतिक चर्चाओं में अपनी पहचान बनाई। बिहार विधानसभा चुनाव में लोकगायिका मैथिली ठाकुर ने महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की, जब उन्होंने बीजेपी के टिकट पर अलीनगर सीट से जीत दर्ज की। इस जीत के साथ, वह बिहार की सबसे युवा विधायक बनीं, और कला क्षेत्र से राजनीति में उनका प्रवेश युवाओं के लिए प्रेरणादायक बना।


खेसारी लाल यादव का राजनीतिक सफर

भोजपुरी फिल्म अभिनेता खेसारी लाल यादव ने भी राजनीति में कदम रखा। उन्होंने आरजेडी के टिकट पर छपरा सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन जीत नहीं सके। फिर भी, उनकी उम्मीदवारी ने बिहार की राजनीति में मनोरंजन जगत की उपस्थिति को उजागर किया।


हरीश खुराना की प्रभावशाली एंट्री

दिल्ली विधानसभा चुनाव में हरीश खुराना ने शांत लेकिन प्रभावशाली तरीके से एंट्री की। वह पूर्व मुख्यमंत्री मदन लाल खुराना के पुत्र हैं और मोती नगर सीट से चुनाव जीतकर अपने पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाया। उनकी जीत को संगठन और अनुभव का संतुलन माना गया।


जेपी सिंह का राजनीतिक रुख

पूर्व आईपीएस अधिकारी जेपी सिंह ने भी 2025 में राजनीति में कदम रखा। वह 2000 बैच के अधिकारी रहे हैं और हिमाचल प्रदेश में एडीजीपी पद पर कार्य कर चुके हैं। उन्होंने बिहार के छपरा सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा, और उनके प्रशासनिक अनुभव ने उनकी उम्मीदवारी को खास चर्चा का विषय बना दिया।


सौरभ थपलियाल की ऐतिहासिक जीत

नगर निकाय चुनावों में सौरभ थपलियाल ने महत्वपूर्ण जीत हासिल की। जनवरी 2025 में उन्होंने देहरादून मेयर चुनाव जीता, जो अब तक के नगर निगम चुनावों में सबसे बड़ी जीत मानी गई। ये नए चेहरे भारतीय राजनीति में नए प्रयोग और नेतृत्व की संभावनाओं को दर्शाते हैं।