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2025 में भारतीय रेलवे में आए महत्वपूर्ण बदलाव: जानें नए नियम और सुविधाएं

वर्ष 2025 में भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। नए नियमों में आधार वेरिफिकेशन, तत्काल बुकिंग में एजेंटों पर रोक, और रिजर्वेशन चार्ट के समय में बदलाव शामिल हैं। इसके अलावा, वेटिंग लिस्ट की नई सीमाएं और इमरजेंसी कोटा के लिए आवेदन प्रक्रिया में सुधार किया गया है। जानें इन परिवर्तनों का आपके यात्रा अनुभव पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
 

2025 का अंत: भारतीय रेलवे में परिवर्तन


Year Ender 2025: वर्ष 2025 भारतीय रेलवे के लिए कई महत्वपूर्ण परिवर्तनों का गवाह बना। यात्रियों की सुविधा और प्रणाली को सरल बनाने के लिए कई नए नियम लागू किए गए हैं। टिकट बुकिंग, वेटिंग लिस्ट और इमरजेंसी कोटा में बड़े बदलाव हुए हैं। ये परिवर्तन यात्रा को अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने के लिए हैं, लेकिन यदि आप इन्हें नहीं जानते हैं, तो आपको कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।


तत्काल बुकिंग में आधार की अनिवार्यता

जुलाई 2025 से, ऑनलाइन तत्काल टिकट बुकिंग के लिए IRCTC खाते में आधार वेरिफिकेशन अनिवार्य हो गया है। इसके साथ ही OTP प्रणाली भी लागू की गई है। काउंटर पर तत्काल टिकट खरीदने के लिए भी OTP की आवश्यकता होती है। इससे फर्जी बुकिंग पर रोक लगी है और असली यात्रियों को लाभ मिला है।


एजेंटों पर प्रतिबंध

तत्काल विंडो खुलने से पहले 30 मिनट तक एजेंट बुकिंग नहीं कर सकते। एसी क्लास के लिए सुबह 10 से 10:30 बजे और नॉन-एसी के लिए 11 से 11:30 बजे तक यह रोक लागू है। इससे आम यात्रियों को शुरुआती समय में कन्फर्म टिकट मिलने की संभावना बढ़ गई है।


रिजर्वेशन चार्ट का समय

पहले रिजर्वेशन चार्ट ट्रेन के प्रस्थान से 4 घंटे पहले तैयार होता था, लेकिन अब यह 8 घंटे या उससे अधिक पहले बनता है। कुछ ट्रेनों में तो यह 10 घंटे पहले भी तैयार हो जाता है। इससे वेटिंग टिकट वाले यात्रियों को पहले से पता चल जाता है कि उनकी सीट कन्फर्म हुई है या नहीं, जिससे वैकल्पिक योजना बनाना आसान हो गया है।


वेटिंग लिस्ट की नई सीमा

एसी क्लास में वेटिंग लिस्ट कोच की क्षमता का 60% और नॉन-एसी में 30% तक सीमित कर दी गई है। इससे अधिक यात्रियों को टिकट मिल रहा है, जबकि भीड़ को नियंत्रित करने का प्रयास भी किया जा रहा है।


इमरजेंसी कोटा के नियम

इमरजेंसी कोटा (EQ) के लिए आवेदन अब एक दिन पहले करना आवश्यक है। ट्रेन के समय के अनुसार कटऑफ समय निर्धारित किया गया है। छुट्टी के दिन से पहले कार्य दिवस में आवेदन देना चाहिए। इससे कोटा का सही उपयोग सुनिश्चित हो रहा है।


कन्फर्म टिकट की तारीख में बदलाव

जनवरी 2026 से, कन्फर्म टिकट की यात्रा तारीख बदलने पर कोई कैंसिलेशन चार्ज नहीं लगेगा। केवल किराए का अंतर भरना होगा, यदि नई तारीख महंगी हो। पहले, कैंसिल करके नया टिकट लेना पड़ता था, जिसमें चार्ज कटता था।


जनरल टिकट में बदलाव

जनरल बुकिंग के शुरुआती मिनटों में केवल आधार वेरिफाइड उपयोगकर्ताओं को प्राथमिकता दी जाती है। इससे कालाबाजारी पर रोक लगी है। ये सभी बदलाव रेलवे को अधिक डिजिटल और यात्री-अनुकूल बनाने की दिशा में हैं। यदि आप अक्सर ट्रेन से यात्रा करते हैं, तो इन नियमों को ध्यान में रखें।