Akhilesh Yadav का Election Commission पर गंभीर आरोप: क्या भारत में भी होगा नेपाल जैसा विरोध?
अखिलेश यादव ने उठाए गंभीर सवाल
Akhilesh on Election Commission of India: समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने भारतीय चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि आयोग सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की मदद से 'वोट चोरी' करवा रहा है। लखनऊ में शुक्रवार को आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि यदि चुनाव आयोग अपनी जिम्मेदारियों को सही तरीके से नहीं निभाता, तो देश में नेपाल जैसे जनविरोध देखने को मिल सकते हैं।
चुनावों में गड़बड़ी के उदाहरण
अखिलेश ने गिनाए कई उदाहरण
अखिलेश यादव ने चुनावों में गड़बड़ी के कई उदाहरण पेश करते हुए कहा कि आयोग की निष्क्रियता लोकतंत्र के लिए खतरा बन रही है। उन्होंने रामपुर, मीरापुर और अयोध्या के चुनावों का उल्लेख करते हुए दावा किया कि इन स्थानों पर वोटिंग में हेरफेर हुआ और बाहरी लोगों को लाकर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को प्रभावित किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि अयोध्या में एक मंत्री के सहायक को इस तरह की गतिविधियों में शामिल पाया गया और अमेठी से भी लोगों को वोटिंग में हस्तक्षेप के लिए लाया गया।
निष्पक्षता की आवश्यकता
अखिलेश यादव ने कहा कि चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है कि वह वोटिंग में निष्पक्षता बनाए रखे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि आयोग निष्पक्षता नहीं दिखाता, तो भारत में भी लोग नेपाल जैसे विरोध प्रदर्शनों के लिए मजबूर हो सकते हैं।
अखिलेश का नया रूप
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अखिलेश यादव ने सिख पगड़ी पहने हुए नजर आए, जिसे उन्होंने राज्य के सिख समुदाय के प्रति सम्मान के प्रतीक के रूप में बताया। उन्होंने कहा कि जब समाजवादी पार्टी सत्ता में आएगी, तो सिख समुदाय को पूरा सम्मान दिया जाएगा।
सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन
नेपाल में चल रहे हालात का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वहां जनरेशन जेड के नेतृत्व में सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हो रहे हैं। सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाने के निर्णय के विरोध में शुरू हुए इन प्रदर्शनों ने गंभीर रूप ले लिया है, जिसमें 50 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें एक भारतीय महिला भी शामिल है।
अखिलेश ने भारत की विदेश नीति पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि मोदी सरकार कई बार असफल रही है और इसे यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भारत की सीमाओं और पड़ोसी देशों में शांति बनी रहे।