Donald Trump का दावा: भारत-पाकिस्तान में शांति का श्रेय मेरी सरकार को
डोनाल्ड ट्रंप का शांति का दावा
डोनाल्ड ट्रंप: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से खुद को वैश्विक शांति का प्रवर्तक बताते हुए भारत और पाकिस्तान के बीच शांति बनाए रखने का श्रेय अपनी प्रशासन को दिया है। उन्होंने कहा कि उनकी पहल के कारण कई देशों में संघर्ष टल गए, जिनमें भारत-पाकिस्तान, सर्बिया-कोसोवो और रवांडा-कांगो शामिल हैं।
नेतन्याहू का ट्रंप को नोबल पुरस्कार के लिए नामांकन
ट्रंप का यह बयान उस समय आया है जब इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने उन्हें नोबल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया है। नेतन्याहू ने ट्रंप को एक पत्र सौंपते हुए कहा कि शांति स्थापित करने में उनकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है और इसके लिए उन्हें नोबल पुरस्कार मिलना चाहिए।
भारत-पाकिस्तान संघर्ष पर ट्रंप का बड़ा बयान
ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का उल्लेख करते हुए दावा किया कि उनकी सरकार ने दोनों परमाणु देशों के बीच संभावित युद्ध को टाल दिया था। उन्होंने कहा, "हमने भारत, पाकिस्तान, सर्बिया, कोसोवो, रवांडा और कांगो के साथ काम किया है। यह सब पिछले तीन सप्ताह में हुआ है, और हमने कई लड़ाइयों को रोका है।"
उन्होंने आगे कहा, "भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार विवाद एक बड़ा मुद्दा था, और हमने इसे रोकने में मदद की। हम भारत और पाकिस्तान दोनों के साथ काम कर रहे हैं, और हमने कहा कि अगर आप लड़ाई करने जा रहे हैं, तो हम आपके साथ काम नहीं करेंगे।"
रूस-यूक्रेन युद्ध के लिए बिडेन को जिम्मेदार ठहराया
डोनाल्ड ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, "हम बिडेन द्वारा बनाए गए संकट से निपटने की कोशिश कर रहे हैं। रूस और यूक्रेन के बीच जो कुछ भी हो रहा है, वह भयानक है। अगर मैं राष्ट्रपति होता, तो यह युद्ध कभी नहीं होता।"
नेतन्याहू ने ट्रंप को दिया नोबल नामांकन पत्र
इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने व्हाइट हाउस में ट्रंप से मुलाकात के दौरान उन्हें नोबल पुरस्कार के लिए नामांकन पत्र सौंपा। उन्होंने ट्रंप की शांति स्थापित करने में भूमिका की सराहना की और इसे उनके लिए उचित बताया।
ट्रंप के दावों की लंबी सूची
ट्रंप ने खुद को शांति का प्रवर्तक बताते हुए कई अंतरराष्ट्रीय समझौतों का उल्लेख किया है। उन्होंने अब्राहम समझौतों की सफलता, इजरायल और अरब देशों के बीच संबंधों को सामान्य करने में अपनी भूमिका, और मिस्र-इथियोपिया के बीच मध्यस्थता को अपनी उपलब्धियों में शामिल किया है।
चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप ने खुद को "पीसमेकर" बताते हुए यूक्रेन और गाजा में चल रहे युद्धों को जल्द समाप्त करने का वादा किया था। हालांकि, उनके कार्यकाल के पांच महीने बीतने के बावजूद ये संघर्ष अब भी जारी हैं।