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Donald Trump की दवाओं की कीमतें कम करने की योजना: फाइजर के साथ नया समझौता

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वाइट हाउस में दवाओं की कीमतें कम करने के लिए फाइजर के साथ एक महत्वपूर्ण समझौते की घोषणा की। इस दौरान, एक मजेदार घटना भी हुई जब स्वास्थ्य मंत्री रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर को छींक आ गई। ट्रंप ने फाइजर को 3 साल की टैरिफ छूट देने की बात की और 'ट्रंपआरएक्स' नामक एक नई वेबसाइट का उद्घाटन किया, जिससे लोग सीधे फाइजर से दवाएं मंगवा सकेंगे। जानें इस योजना के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में।
 

ट्रंप का मजेदार पल वाइट हाउस में

Donald Trump: मंगलवार को वाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दवाओं की कीमतों में कमी लाने और फाइजर के साथ एक महत्वपूर्ण समझौते की घोषणा की। इस दौरान, मीडिया के सामने बोलते समय, उनके पीछे खड़े स्वास्थ्य मंत्री रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर को अचानक छींक आ गई।


ट्रंप ने तुरंत अपनी बात रोकते हुए हंसते हुए कहा, 'गॉड ब्लेस यू बॉबी! मुझे आशा है कि मुझे अभी कोविड नहीं हुआ है।' इसके बाद, उन्होंने फाइजर के सीईओ अल्बर्ट बौर्ला की ओर मुड़ते हुए कहा, 'आपके पास पैक्सलोविड तो है ना? मुझे तुरंत पैक्सलोविड चाहिए!'


फाइजर को 3 साल की टैरिफ छूट

फाइजर को 3 साल की टैरिफ छूट


राष्ट्रपति ट्रंप ने फाइजर को दवाओं पर लगाए गए टैरिफ से 3 साल की छूट देने की घोषणा की है। इसका उद्देश्य कंपनी पर आर्थिक दबाव को कम करना और दवाओं की कीमतों को नियंत्रित करना है। इस अवसर पर, ट्रंप ने 'ट्रंपआरएक्स' नामक एक नई वेबसाइट का उद्घाटन किया, जहां लोग सीधे फाइजर से दवाएं मंगवा सकेंगे। इससे बिचौलियों की भूमिका समाप्त होगी और दवाएं सस्ती दरों पर उपलब्ध होंगी।


ट्रंपआरएक्स: दवाओं की सस्ती पहुंच

ट्रंपआरएक्स: दवाओं की किफायती पहुंच


मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, ट्रंप ने कहा कि यह वेबसाइट संघीय सरकार के अधीन संचालित होगी, हालांकि इसके संचालन की विस्तृत जानकारी उन्होंने नहीं दी। उन्होंने जोर देकर कहा कि अब अमेरिका में दवाएं सस्ती दरों पर उपलब्ध होंगी। ट्रंप ने इसे एक ऐतिहासिक कदम बताते हुए कहा कि अधिकांश लोग इसे असंभव मानते थे।


टैरिफ नीति और दवाओं की कीमतें

टैरिफ नीति और दवाओं की कीमतें


यह ध्यान देने योग्य है कि ट्रंप ने पिछले सप्ताह फार्मास्यूटिकल दवाओं पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की थी, जो 1 अक्टूबर से लागू हो गई। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो कंपनियां अमेरिका में उत्पादन इकाइयां स्थापित करेंगी, उन्हें यह टैरिफ नहीं चुकाना पड़ेगा।


इससे पहले, जुलाई में ट्रंप ने 17 फार्मा कंपनियों को पत्र भेजकर उनकी दवाओं की कीमतें अन्य देशों में बिकने वाली सबसे निचली दरों के बराबर करने का आदेश दिया था, जिसे उन्होंने 'मोस्ट फेवर्ड नेशन प्राइसिंग' नीति कहा। उल्लेखनीय है कि 2024 में अमेरिका ने लगभग 233 अरब डॉलर की दवाएं और मेडिकल उत्पाद आयात किए थे.