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Meta ने यूरोपीय संघ में राजनीतिक विज्ञापनों पर लगाया ब्रेक

Meta ने शुक्रवार को घोषणा की कि वह अक्टूबर से यूरोपीय संघ में सभी राजनीतिक विज्ञापनों को समाप्त कर देगी। इस निर्णय का कारण यूरोपीय संघ के नए नियम हैं, जो चुनावी अभियानों में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए लागू किए जा रहे हैं। मेटा ने कहा कि ये नियम कानूनी अस्पष्टता और संचालन संबंधी चुनौतियाँ उत्पन्न कर रहे हैं। गूगल ने भी पिछले साल इसी तरह का कदम उठाया था। नए नियमों के तहत राजनीतिक विज्ञापनों पर लेबल लगाना अनिवार्य होगा और उल्लंघन पर कंपनियों पर जुर्माना लगाया जा सकता है।
 

यूरोपीय संघ के नए नियमों का प्रभाव


कंपनी ने नए नियमों को बताया कारण
मेटा, जो फेसबुक और इंस्टाग्राम का मालिक है, ने शुक्रवार को यह जानकारी दी कि वह अक्टूबर से यूरोपीय संघ में सभी राजनीतिक विज्ञापनों को समाप्त कर देगी। कंपनी ने इस निर्णय का कारण यूरोपीय संघ के नए नियमों को बताया है, जो चुनावी अभियानों में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए लागू किए जा रहे हैं।


Meta का बयान

मेटा ने अपने ब्लॉग में उल्लेख किया कि वह राजनीतिक, चुनावी और सामाजिक मुद्दों से संबंधित विज्ञापनों को फेसबुक, इंस्टाग्राम और Threads पर अक्टूबर की शुरुआत से बंद कर देगी।


EU के नियमों पर Meta की प्रतिक्रिया

मेटा ने कहा कि यूरोपीय संघ के Transparency and Targeting of Political Advertising नियमों से कानूनी अस्पष्टता और संचालन संबंधी चुनौतियाँ उत्पन्न हो रही हैं, जिन्हें पूरा करना कठिन है। कंपनी ने कहा, "ये नियम हमारे कार्यप्रणाली पर अतिरिक्त दायित्व डालते हैं, जिससे EU में विज्ञापनदाताओं और प्लेटफार्मों के लिए काम करना कानूनी रूप से जटिल हो जाता है।"


अन्य टेक कंपनियों की स्थिति

मेटा इस निर्णय को लेने वाली पहली तकनीकी कंपनी नहीं है। गूगल ने भी पिछले साल इसी तरह का कदम उठाया था, जिसमें उसने EU में राजनीतिक विज्ञापनों को बंद करने की घोषणा की थी।


नए नियमों की जानकारी


  • यूरोपीय संघ के ये नियम 10 अक्टूबर से लागू होंगे।

  • राजनीतिक विज्ञापनों पर लेबल लगाना अनिवार्य होगा।

  • यह बताना होगा कि विज्ञापन किसने दिया और वह किस अभियान से संबंधित है।

  • सभी विज्ञापनों को एक डेटाबेस में सुरक्षित रखना होगा।

  • विज्ञापनों को टारगेट करने के लिए कड़े नियम लागू होंगे।

  • नियमों के उल्लंघन पर कंपनियों की वैश्विक सालाना आय का 6% तक जुर्माना लग सकता है।