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Reza Pahlavi का ईरानियों के लिए संदेश: क्या लौटेगा शाह का राज?

ईरान के निर्वासित राजकुमार रजा पहलवी ने एक वीडियो संदेश में देशवासियों से इस्लामी गणराज्य के खिलाफ खड़े होने की अपील की है। उन्होंने कहा कि इस्लामी गणराज्य का अंत आ चुका है और अब ईरान को पुनः प्राप्त करने का समय है। उनका यह संदेश ऐसे समय में आया है जब ईरान में सरकार विरोधी भावनाएं तेज हो रही हैं। क्या रजा पहलवी भविष्य में ईरान की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं? जानिए इस लेख में।
 

Reza Pahlavi का वीडियो संदेश

Reza Pahlavi: ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव के बीच, निर्वासित राजकुमार रजा पहलवी ने एक वीडियो संदेश जारी किया है, जिसमें उन्होंने अपने देशवासियों से इस्लामी गणराज्य के खिलाफ खड़े होने की अपील की है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर साझा किए गए इस वीडियो में उन्होंने कहा, "इस्लामी गणराज्य का अंत आ चुका है और यह ढह रहा है। जो प्रक्रिया शुरू हुई है, वह अब नहीं रुकेगी। भविष्य उज्ज्वल है, और हम मिलकर इतिहास का नया अध्याय लिखेंगे। अब खड़े होने का समय है; अब ईरान को पुनः प्राप्त करने का समय है। मैं जल्द ही आप सभी के बीच होना चाहता हूं।"


ईरान में बढ़ती असंतोष की लहर

रजा पहलवी का यह संदेश उस समय आया है जब ईरान में सरकार विरोधी भावनाएं तेजी से बढ़ रही हैं और बाहरी हमलों का खतरा भी मंडरा रहा है। उनकी इस अपील ने ईरान की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है और यह सवाल फिर से उठने लगा है कि क्या ईरान में शाह की वापसी की संभावना बन रही है?


शाह का बेटा और निर्वासन की कहानी

रजा पहलवी, ईरान के अंतिम शाह मोहम्मद रजा पहलवी के सबसे बड़े पुत्र हैं। उन्हें 1967 में क्राउन प्रिंस घोषित किया गया था, लेकिन 1978 में वे अमेरिका चले गए। 1979 में इस्लामी क्रांति के बाद मौजूदा शासन सत्ता में आया। वर्तमान में वे अमेरिका में रहकर नेशनल काउंसिल ऑफ ईरान नामक निर्वासित विपक्षी संगठन का नेतृत्व कर रहे हैं।


लोकतांत्रिक ईरान की वकालत

रजा पहलवी लंबे समय से इस्लामी गणराज्य के खिलाफ हैं और एक शांतिपूर्ण, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक सरकार की वकालत करते हैं। उनका मानना है कि एक नई शासन व्यवस्था नागरिक स्वतंत्रताओं की रक्षा करेगी, वैश्विक संबंधों में सुधार लाएगी और देश की अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करेगी। उनके अनुसार, "जो बदलाव शुरू हो चुका है, वह अब रुकने वाला नहीं है। हमें मिलकर ईरान को फिर से बनाना है।"


संकट के दौर में आया संदेश

रजा पहलवी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब ईरान और इजरायल के बीच तनाव चरम पर है। हाल ही में इजरायल ने ईरान पर अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला किया, जिसके पीछे उसने परमाणु खतरे का हवाला दिया। हालांकि, ईरान ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि उसका परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह से शांतिपूर्ण है।


भविष्य की राजनीति में रजा की भूमिका?

इस वीडियो संदेश के समय ने कई राजनीतिक विश्लेषकों का ध्यान खींचा है। जब ईरान में सरकार विरोधी प्रदर्शन तेज़ हो रहे हैं और बाहरी दबाव भी बढ़ रहा है, तब रजा पहलवी की सक्रियता को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि क्या वे भविष्य में शासन व्यवस्था का हिस्सा बन सकते हैं? 1979 में जिस राजशाही को भ्रष्टाचार, विदेशी हस्तक्षेप और आर्थिक असमानता के कारण उखाड़ फेंका गया था, क्या अब वही शाही परिवार फिर से उम्मीद की किरण बन रहा है?