अकाली दल (वारिस पंजाब दे) ने तरनतारन उपचुनाव में उम्मीदवार उतारने का लिया निर्णय
अकाली दल का नया कदम
पंजाब की राजनीतिक स्थिति में खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह का नाम फिर से चर्चा में है। उनकी पार्टी, अकाली दल (वारिस पंजाब दे), ने तरनतारन विधानसभा उपचुनाव में अपने उम्मीदवार को उतारने का निर्णय लिया है। यह महत्वपूर्ण निर्णय अमृतपाल के पैतृक गांव जल्लूपुर खेड़ा में एक बैठक के दौरान लिया गया, जिसमें उनके पिता तरसेम सिंह ने भी भाग लिया।बैठक में पार्टी के कई प्रमुख नेता और कोर ग्रुप के सदस्य शामिल हुए। इस दौरान उपचुनाव में प्रत्याशी के चयन पर चर्चा की गई और चुनावी मैदान में उतरने का निर्णय लिया गया। हालांकि, अभी तक प्रत्याशी के नाम की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, पार्टी मानवाधिकार कार्यकर्ता जसवंत सिंह खालड़ा की पत्नी परमजीत कौर खालड़ा को टिकट देने पर विचार कर रही है।
तरसेम सिंह ने बताया कि पहले पार्टी ने उपचुनाव में न उतरने का निर्णय लिया था, लेकिन स्थानीय कार्यकर्ताओं और समर्थकों के दबाव के कारण रणनीति में बदलाव किया गया। क्षेत्र में पार्टी का मजबूत जनाधार और स्थानीय समर्थन को देखते हुए चुनावी मैदान में उतरने का निर्णय लिया गया है।
तरनतारन विधानसभा वही क्षेत्र है, जो खडूर साहिब लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। हाल ही में अमृतपाल सिंह ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में यहां बड़ी जीत हासिल की थी, जिसमें उन्होंने चार लाख से अधिक वोटों से जीत दर्ज की थी। इस जीत ने उनकी पार्टी का आत्मविश्वास बढ़ा दिया है।
यह उपचुनाव आम आदमी पार्टी के विधायक डॉ. कश्मीर सिंह सोहल के निधन के कारण हो रहा है, जो 27 जून को कैंसर से निधन हो गए थे। इस उपचुनाव की कमान अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह के हाथ में है, क्योंकि अमृतपाल इस समय डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं। उनके पिता लगातार समर्थकों से संपर्क में हैं और उपचुनाव की तैयारियों में जुटे हुए हैं।