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अखिलेश यादव ने अमेरिकी टैरिफ पर सरकार की विदेश नीति की आलोचना की

समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने अमेरिका द्वारा भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने के बाद सरकार की विदेश नीति की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों और युवाओं के हितों की रक्षा करने में विफल रही है। यादव ने यह भी कहा कि भारत संकट में है और चारों ओर से घिरा हुआ है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चीन दौरे पर भी टिप्पणी की और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की 'ग फॉर गधा' टिप्पणी का जवाब दिया। इस लेख में जानें उनके विचार और प्रतिक्रिया।
 

अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया

नई दिल्ली। अमेरिका द्वारा भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी के नेता और कन्नौज से सांसद अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार की विदेश नीति पूरी तरह से असफल हो गई है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत संकट में है और देश चारों ओर से घिरा हुआ है।


दिल्ली में मीडिया से बातचीत करते हुए, अखिलेश यादव ने सरकार की विदेश नीति की विफलता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि किसानों के हितों के लिए जो वादे किए गए थे, वे पूरे नहीं हुए हैं, और किसानों की आय दोगुनी नहीं हो पाई है। इसके अलावा, युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि जो पाबंदियां लगाई जा रही हैं, वे देश और अर्थव्यवस्था के लिए संकट का कारण बन रही हैं।


जब उनसे पूछा गया कि क्या भारत अमेरिकी टैरिफ के दबाव में झुकने से इनकार कर रहा है, तो उन्होंने कहा कि अमेरिका के साथ संबंध बनाए रखना आवश्यक है।


अखिलेश यादव ने कहा कि अमेरिका के साथ संबंध आज के नहीं हैं, बल्कि यह लंबे समय से चले आ रहे हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि इन संबंधों को मजबूत करने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है, खासकर व्यापारियों और किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए। उन्होंने यह भी कहा कि यह दुखद है कि सरकार को इस स्थिति का सामना करना पड़ रहा है।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चीन दौरे पर भी उन्होंने टिप्पणी की। उन्होंने मजाक में कहा कि यदि प्रधानमंत्री चीन जा रहे हैं, तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को भी साथ ले जाना चाहिए, क्योंकि वह नाम बदलने में माहिर हैं।


इस दौरान, अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की 'ग फॉर गधा' टिप्पणी पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि 'ग फॉर गरीब' भी हो सकता है, क्योंकि वे गरीबों के बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं।