अखिलेश यादव ने यूपी चुनाव 2027 के लिए किए बड़े वादे
अखिलेश यादव के चुनावी वादे
अखिलेश यादव: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आगामी यूपी विधानसभा चुनाव 2027 के लिए जनता को आकर्षित करने के लिए कई बड़े वादे किए हैं। उन्होंने लखनऊ मेट्रो को बाराबंकी और कानपुर मेट्रो को उन्नाव तक विस्तारित करने की योजना का ऐलान किया। यह घोषणा उन्होंने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में की। इसके साथ ही, सपा अध्यक्ष ने सरकार पर एक बार फिर से हमला करते हुए नदियों में बढ़ते प्रदूषण के मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद हो चुके हैं, जिससे नदियों में प्रदूषण बढ़ता जा रहा है।
प्रदूषण और विस्थापन की समस्या
अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश के सभी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद कर दिए गए हैं। नालों का गंदा पानी सीधे नदियों में डाला जा रहा है। बुंदेलखंड की नदियों को इतना खोद दिया गया है कि हर जिले में सड़क और खेतों के किनारे टीले बन गए हैं। लखनऊ के अकबर नगर के निवासी विस्थापित हो चुके हैं और उनकी बुनियादी जरूरतों का ध्यान नहीं रखा गया है। कई लोगों ने आत्महत्या कर ली है और बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हो गए हैं।
सरकार की नीतियों पर सवाल
सरकार का रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट
सपा सुप्रीमो ने कहा कि सरकार नाले में रिवर फ्रंट बनाने की योजना बना रही है, जो नदियों के लिए हानिकारक है। सपा सरकार के दौरान वरुणा नदी पर रिवर फ्रंट का निर्माण किया जा रहा था, लेकिन वर्तमान सरकार ने इसे रोक दिया। उन्होंने कहा कि यह आवश्यक है कि नदियों में गंदा पानी न जाए और यदि जाए तो उसे ट्रीट करके ही छोड़ा जाए।
मथुरा-वृंदावन कॉरिडोर पर टिप्पणी
‘मथुरा-वृंदावन के नाम पर विस्थापन’
अखिलेश यादव ने मथुरा-वृंदावन कॉरिडोर पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सरकार कॉरिडोर बनाने के नाम पर लोगों को विस्थापित कर रही है। छोटे व्यापारियों को हटाकर बड़े व्यापारियों को बसाया जा रहा है। भाजपा आस्था को व्यापार में बदल रही है। सपा सरकार बनने पर भाजपा के मुआवजा घोटाले की जांच की जाएगी।
मेट्रो विस्तार की योजना
‘उन्नाव तक मेट्रो चलाने का वादा’
अखिलेश यादव ने कहा कि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस का निर्माण घटिया है। यदि सपा सरकार बनती है, तो कानपुर मेट्रो उन्नाव तक और लखनऊ मेट्रो बाराबंकी तक चलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि नितिन गडकरी अच्छे मंत्री हैं, लेकिन यूपी सरकार उनसे कुछ नहीं मांग रही है। चंबल एक्सप्रेस-वे का निर्माण अब तक नहीं हो सका है।